रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि ज्योतिष के विकास व संवर्द्धन के लिए सरकार को वरीयता के आधार पर कार्य करना चाहिए तथा ज्योतिष को राष्ट्रीय विषय घोषित करें, ताकि भारतवर्ष की आने वाली पीढ़ियों को ज्योतिष का लाभ मिल सके। रामनगर स्थित उत्तराखंड ज्योतिष परिषद द्वारा आयोजित अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन के 58वें सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज पूरे यूरोपीय देशों तथा नासा के वैज्ञानिकों ने अपने शोध के माध्यम से यह निष्कर्ष निकाला है कि ज्योतिष एक वैज्ञानिक सार्वभौमिक सत्य विषय है। महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि भारत वर्ष आदिकाल से विश्व गुरु रहा है और आगे भी
रहेगा। भारत का ज्योतिष व अंक विद्या पुरातन काल से पूरे विश्व के लिए ज्ञान का केंद्र रही है। उन्होंने कहा कि ज्योतिष के विकास एवं संवर्द्धन के लिए सरकार इस विषय में गंभीरता से विचार करें तथा ज्योतिष को राष्ट्रीय विषय भी घोषित करें। अति विशिष्ट अतिथि के रुप में बोलते हुए राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि ज्योतिष ज्ञान के द्वारा हम विज्ञान की सार्थकता व प्रमाणिकता को सिद्ध करते हैं, जो लोग ज्योतिष को जो झूठ व असत्य मानते हैं। वह भारतीय संस्कृति व प्राचीन परंपराओं के विरोधी हैं। अतिथि मेयर गौरव गोयल ने कहा कि ज्योतिष हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, जिस प्रकार से जल, वायु और अन्न हमारे जीवन में आवश्यक है। उसी प्रकार ज्योतिष भी हमारे लिए उतना ही महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के संयोजक एवं प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य आचार्य पंडित रमेश सेमवाल ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड में ज्योतिष को आगे बढ़ाने के लिए राज्य ज्योतिष बोर्ड का गठन करें। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा समय-समय पर राज्य एवं देशभर में ज्योतिष सम्मेलनों का आयोजन किया जाता रहा है, जिसके माध्यम से भारतीय संस्कृति एवं ज्योतिष विद्या को बल मिलता है। देशभर से आए दर्जनों ज्योतिषाचार्यों ने आज हुए 58वें ज्योतिष सम्मेलन में देश के वर्तमान परिस्थितियों पर चर्चा के अलावा अंतर्राष्ट्रीय एवं अन्य कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की। सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया। अंत में आचार्य पंडित रमेश सेमवाल ने कार्यक्रम में आए सभी ज्योतिषाचार्य, अतिथियों, समाजसेवियों एवं पत्रकारों का स्मृति चिन्ह व पटका भेंट कर सम्मान किया। इस अवसर पर उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश शास्त्री, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता रविंद्र चैधरी, समाज सेविका रश्मि चैधरी, कविता रावत, कवि अफजल मंगलौरी, मनोज गोयल, संजीव शास्त्री, नरेश शास्त्री, सुलक्षणा सेमवाल, अदिति सेमवाल, कमल किशोर आदि मौजूद रहे। इसके अलावा डाॅक्टर लेखराज शर्मा, जीडी वशिष्ठ, डाॅ. ललित, डाॅक्टर सुनील पैन्यूली, डाॅक्टर सीताराम त्रिपाठी, डाॅक्टर सुरेंद्र शर्मा, डाॅक्टर अनीश व्यास, प्रोफेसर रामगोपाल शुक्ला, राजेश्वर आचार्य, अंजना सिंह, अमित शर्मा, अवधेश शर्मा, साक्षी भार्गव आदि ज्योतिषाचार्य भी मौजूद रहे।