रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) बुधवार को इकबालपुर शुगर मिल के तिराहे पर पिछले लंबे समय से साप्ताहिक पैठ हाईवे किनारे लग रही हैं। इसके कारण आने-जाने वाले वाहन चालकों को बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा हैं। जल्द ही गन्ना सीजन शुरू होने वाला हैं, लेकिन इस और न तो शासन-प्रशासन का ध्यान हैं और न ही जनप्रतिनिधियों का। सभी दुकानदार सड़क के किनारे पर अपना सामान बेचते हैं, जिसके कारण मार्ग संकरा हो जाता हैं और कई बार गन्ने से भरे वाहन से आने-जाने वाले लोग टकरा जाते हैं, जिसमें हर समय चोट लगने का खतरा बना रहता हैं। कई बार दुकानदारों को स्थानीय समाजसेवी लोगों द्वारा हिदायत दी गई, लेकिन उन्होंने अपना रवैया नहीं बदला और वह पीछे हटने को तैयार ही नहीं हैं। यहां किसी भी समय दुर्घटना हो सकती हैं। पैठ में आस-पास के कई दर्जन गांव के लोग सामान की खरीदारी करने आते हैं और बुधवार को आने-जाने वाले लोग बेहद परेशान रहते हैं। हाल ही मंे पंचायत के चुनाव हुये एवं ग्राम प्रधानों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है कि वह अपने गांवों में विकास कार्यों को आगे बढ़ाये। जनपद में अनेक स्थानों पर इसी प्रकार सड़कों के किनारे पैठ लगवाई जाती हैं। यही हाल लाठरदेवा शेख, रसूलपुर तिराहा, भगवानपुर, इकबालपुर फाटक के साथ ही अनेक ऐसे स्थान हैं, जहां कोई देखने वाला ही नहीं हैं। इसके लिए ग्राम पंचायतों को अपनी जमीन लेकर पैठ लगवानी चाहिए। ताकि सड़क खाली रहे और वाहन चालक आसानी से गुजर सके। इस संबंध मंे एसडीएम व जिलाधिकारी को भी अवगत कराया गया हैं। आखिर साप्ताहिक पैठ सड़कों व भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर ही क्यों लगाई जाती हैं? यह सवाल रह-रहकर उठ रहा हैं।