भगवानपुर। ( बबलू सैनी ) भगवानपुर पुलिस ने बाबू हत्याकांड़ में शामिल दस हजार के ईनामी आरोपी सचिन कश्यप को एक अदद तमंचे व एक खोखा के साथ गिरफ्तार कर लिया हैं। पूछताछ के बाद आरोपी का चालान कर दिया गया।
भगवानपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक अरमजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 24 जून को सुनहरा निवासी आशीष कुमार ने थाने पर तहरीर देकर बताया था कि उसके भाई बाबू उर्फ कुणाल का मर्डर हो गया हैं। उसे बाबू के मित्र गौरव पंडित ने फोन पर बताया कि तुम्हारे भाई का शव विनय विशाल अस्पताल में हैं। पुलिस टीम इससे पहले बाबू हत्याकांड से जुड़े कई आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज चुकी हैं। आरोपी ईनामी सचिन कश्यप तभी से फरार चल रहा था। पुलिस टीम को सूचना मिली कि दस हजार के ईनामी आरोपी सचिन कश्यप पुत्र कलीराम उर्फ नरेश कुमार निवासी गैस प्लान्ट के पीछे कस्बा भगवानपुर, जिसकी पुलिस को काफी तलाश थी, आजाद नगर चौक रुड़की पर खडा है और कही जाने की फिराक में है। पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर आरोपी सचिन कश्यप पुत्र कलीराम उर्फ नरेश कुमार को आजाद नगर चौक रुड़की से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में ईनामी आरोपी सचिन कश्यप ने बताया कि उसने करौंदी मंे जाटांे की लड़की से बिना उसके घरवालों की रजामंदी से शादी की थी। उस समय रोहित राणा ने मेरी मदद की थी। तब से हम दोनों में गहरी दोस्ती हो गई थी। मैं और रोहित राणा पहले दीपक सैनी के साथ ही रहते थे। लेकिन कुछ समय बाद मेरी और रोहित राणा की दीपक सैनी से बिगड गयी और हम दोनों दीपक सैनी से अलग हो गये थे। 19 जून को नेहरू स्टेडियम के पास से रोहित राणा को बाबू उपर्फ मिलिट्री व उसके दोस्त उठाकर मेहवड के जंगल में ले गये और जहां उससे मारपीट की थी। मैं रोहित राणा से मिलने उसके घर गया, तो रोहित राणा ने पूरी आपबीती सुनाई। जिसके बाद मैं और रोहित राणा दीपक सैनी और बाबू से बदला लेना चाहता था, हमने मिलकर योजना बनाई और दीपक सैनी व बाबू मिलट्री और विक्की ठाकुर को समझौते के नाम पर रुहालकी गाँव के पास आम के बाग में बुलाया था। मै भी तमंचा लेकर वहां गया। रोहित राणा के साथ उसके 20-25 साथी भी वहां पर आ गये थे। फिर हम लोगो ने उन पर जान से मारने की नियत से हमला कर दिया। मैने बाबू, दीपक सैनी व विक्की ठाकुर पर फायर किया था। परन्तु मौके से दीपक सैनी और विक्की ठाकुर भाग गये थे। हम लोगो ने बाबू पर हमला किया और बाबू को बुरी तरीके से मारा पीटा और उसे मरणासन्न हालत में छोड़कर फरार हो गये थे। पुलिस टीम ने आरोपी की निशानदेही पर शमशान घाट के पास से एक तमंचा व एक खोखा व उसके घर से खून से सनी टी-शर्ट भी बरामद की। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह, एसआई प्रवीण बिष्ट, कर्मवीर सिंह व सिपाही सुधीर चौधरी, हरदयाल सिंह, चालक लाल सिंह, सचिन कुमार, विनय थपलियाल, प्रवीण गुलेरिया, दिनेश कुमार शामिल रहे।