रुड़की। ( बबलू सैनी ) बेहडेकी सैदाबाद स्थित भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर प्रांगण में आज श्रीमद् भागवत कथा का शुभारम्भ हो गया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पहंुचे सुशील त्यागी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा मातृ सुनने से ही मनुष्य के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस भागदौड़ भरी जिंदगी मंे से कुछ पल निकालकर हमें भगवान के चरणों में ध्यान लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में तीन सिद्धपीठ हैं, जिनमें मुख्य रुप से भगवान श्रीकृष्ण के इस मंदिर के साथ ही मां चूड़ामणि का मंदिर, जो चुड़ियाला में स्थित हैं, वहीं भगवान श्रीगणेश का मंदिर जो लाठरदेवा हुण में स्थित हैं, यह बेहद ही प्राचीन सिद्धपीठ हैं। जनपद हरिद्वार में इनका प्रथम स्थान हैं। यहां जो भी भक्त सच्चे मन से अपनी मनोकामनाएं लेकर आता हैं, वह पूरी होती हैं। सुशील त्यागी ने ग्रामवासियों के साथ ही श्रीकृष्ण मंदिर के महंत श्रीकृष्णानंद गिरी महाराज की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। वहीं स्वामी हंसानंद महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की श्रीमद् भागवत कथा में जो व्यक्ति सच्चे मन से सुनता और उसका अनुश्रवण करता हैं, दुःख उसके नजदीक नहीं फटकते। वहीं समाजसेवी चन्दन त्यागी ने कहा कि हमें हर हाल में भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। क्योंकि मनुष्य अपने जीवन में घरेलू कार्यों में लीन रहता हैं, और भावी पीढ़ी को भी भागवत कथा का रसपान कराना अनिवार्य हैं ताकि उसे अच्छे संस्कार मिले और वह आगे बढ़ें। वहीं भागवत कथा वाचक श्रीकृष्णानंद गिरी महाराज ने कहा कि करोड़ों वर्षों के बाद मनुष्य को मानव जीवन मिलता हैं और उसे अनेक यौनियों से होकर गुजरना पड़ता हैं। इसलिए मानव के रुप में मिले इसे जीवन को सद्कार्यों में लगायें, ताकि वह मुक्ति पाने के भागीदार बन सके। इससे पूर्व गांव में बैंड-बाजों की धुन पर माताओं, बहनों द्वारा कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें सभी ग्रामवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस मौके पर नरेश त्यागी मौलना, विनय त्यागी, अंकित त्यागी, मोहित त्यागी, अंकुल त्यागी, सुनील प्रधान, मेहरचंद त्यागी, मोनू त्यागी, राजकुमार चौधरी, अंकित त्यागी, अनिल त्यागी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण मौजूद रहे।