रुड़की। ( बबलू सैनी ) उत्तराखण्ड विधानसभा सत्र के पहले दिन वरिष्ठ पत्रकार व खानपुर विधायक उमेश कुमार शर्मा ने प्रदेश के उपनल कर्मियों, पुलिस कर्मियों, पत्रकारों सहित क्षेत्र के भी विभिन्न मुद्दों को प्राथमिकता से उठाया।
हमेशा से ही जनहित और भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाने वाले उमेश कुमार अब विधायक के साथ ही मजबूत विपक्ष के रुप में लगातार जनता के मुद्दे सदन में उठा रहे हैं। सदन के दूसरे दिन भी उमेश कुमार ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर स्पीकर का ध्यान आकर्षित कराया। जिसमें उन्होंने प्रदेश के हजारों उपनल कर्मियों, पुलिसकर्मियों के ग्रेड-पे और पत्रकार कल्याण कोष का भी मुद्दा प्रमुखता से उठाया। पत्रकारों से रुबरू होते हुए उमेश कुमार ने कहा कि प्रदेश के हजारों उपनल कर्मियों की समस्याआंे को लेकर वह हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होने कहा कि सुको ने किसी भी उपनल कर्मी को न हटाये जाने का आदेश दिया था, बावजूद इसके उपनल कर्मियों को हटाये जाने के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर अब चुप नहीं बैठेंगे। वहीं उन्होंने पुलिस ग्रेड-पे पर बोलते हुए कहा कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक पुलिस कर्मियों को ग्रेड-पे नहीं मिल जाता। बताया कि पुलिसकर्मी दिन-रात ड्यूटी करते है, चाहे बारिश हो या धूप। लेकिन सरकार ने पुलिसकर्मियों की ग्रेड-पे की माँग को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। वहीं जिन पुलिसकर्मियों ने आवाज उठाई थी, अब उनके खिलाफ मुकदमें की तैयारी भी चल रही है, जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के ग्रेड-पे के मामले में सरकार को भी अधिकारियों ने गुमराह करने का काम किया है, लेकिन वो उन हजारों पुलिसकर्मियों के साथ हरवक्त खड़े हैं और उनकी इस जायज माँग के लिए लगातार लड़ते रहेंगे। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि पत्रकारों के लिए आवासीय नीति बनाये जाने का मुद्दा भी जोर-शोर से उठाया। साथ ही कहा कि जब मंत्री/विधायकों के लिए नीति बनाई जा सकती हैं, तो पत्रकार इस नीति से अछूते क्यों हैं? पत्रकारों को लेकर बनाये गये कल्याण कोष पर सवाल उठाते हुए विधायक उमेश कुमार ने कहा कि जब विधायकों, मंत्रियों की पेंशन हो सकती हैं, तो पत्रकारों के लिए आवासीय योजना क्यों नहीं बनाई जा सकती। उन्होंने कहा कि सरकार को ग्राम समाज की जमीनों को एक नीति बनाकर पत्रकारों के लिए आवासीय योजना तैयार करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं खुद पत्रकारिता से और आज सदन में पहुंचा हूँ। पत्रकारों की पीड़ा को अच्छी तरह से समझता हूँ। मैं पत्रकारों के हकों की लड़ाई निरन्तर लड़ता रहूँगा। वहीं उन्होंने कहा कि खानपुर क्षेत्र की जनता के विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार बिजली के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। जिस पर सीएम धामी ने वायदा किया कि किसी के भी कनेक्श नहीं कटेंगे। बहरहाल कुछ भी हो, जिस प्रकार से पत्रकार से विधायक बने उमेश कुमार प्रदेश के साथ ही विभिन्न समस्याओं को प्रमखता से उठाते आ रहे हैं। उससे जनता में उनके प्रति और अधिक विश्वास बढ़ा हैं।
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