रुड़की।  ( बबलू सैनी ) ‘आजाद का अमृत महोत्सव’ के अन्तर्गत क्वाड्रा इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद द्वारा कॉलेज में पॉलिसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर (पीसीओडी) विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. प्रीति अग्रवाल ने पीसीओडी रोगों के बारे मंे बताते हुए उनके बचाव और निदान की जानकारी दी। साथ ही कहा कि पीसीओडी एक प्रकार का हार्माेनल विकार होता हैं, यदि अधिकतर महिलाओं की प्रजनन आयु में उन्हें प्रभावित करता हैं। इस दौरान महिला का शरीर असंतुलित तरीके से हार्मोन का उत्पादन करने लगता हैं, जिसके कारण बड़ी संख्या में एस्ट्रॉजन ;पुरूष हार्माेनद्ध का उत्पादन भी बढ़ता हैं। एक शोध के अनुसार हर देश से एक महिला इस ऑर्डर से पीड़ित हैं। जिसमें महिलाओं में गर्भधारण की क्षमता और गर्भाशय से असामान्य रक्तसराव जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। इसलिए इनका उपचार कराना अति आवश्यक हैं। जो कि आहार-विहार योगा के द्वारा किया जा सकता हैं। वहीं नोडल अधिकारी डॉ. सौरभ कुमार ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति पर जानकारी देते हुए बताया कि हार्मोन का असंतुलन तनावपूर्ण जीवन के कारण होता हैं ओर शरीर में अनेक घातक रोग पैदा होते हैं। व्याख्यान समापन पर छात्रों ने वक्ताओं से अपनी शंकाओं पर आधारित प्रश्न पूछे और उन्हें संतुष्ट किया गया। कार्यक्रम समापन के मौके पर डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि आयुष मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशन में चलाई जा रही इस मुहिम में यह कार्यक्रम अगस्त माह तक चलाये जायेंगे। इस दौरान डॉ. सौरभ कुमार, प्रधानाचार्या क्रिस्टिना जॉर्ज, डॉ. भूमि सोनी, यथार्थ तिवारी, डॉ. मयंक बिश्नोई, संजय सैनी, अशोक कुमार, ख्याति शर्मा, ममता पुण्डीर, भावना, अर्पणा, हेमा जोशी, पूनम, राधा चौहान, किरण डबराल, आरती शर्मा आदि मौजूद रहे।

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