रुड़की। ( बबलू सैनी ) सहकारी गन्ना विकास समिति इकबालपुर रुड़की द्वारा शुगर मिलों से मिले कमीशन से समिति की छत को दुरूस्त कराने का काम किया जा रहा हैं। इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हैं। सूत्रों का कहना है कि समिति का जो कमीशन शुगर मिलों से आता हैं, उससे कर्मचारियों का देय और वेतन का भुगतान किया जाता हैं। इस सम्बन्ध में उत्तराखण्ड के पूर्व गन्ना आयुक्त द्वारा आदेश भी जारी किये गये थे। लेकिन बताया गया है कि वर्तमान में सरकार में अपना अच्छा रसूख रखने वाले एक जिम्मेदार व्यक्ति पर इस मामले में भी कमीशनखोरी करने की चर्चाओं का बाजार गर्म हैं। बताया गया है कि पक्की छत के उपर मिट्टी पड़ी हुई थी और उसके ईंटे लगी हुई थी और उन ईंटों को उखाड़कर वहीं रख दिया गया और उसकी मिट्टी नीचे उतार दी गई। इस मामले में दो ट्रालियां मिट्टी की लगेंगी, लेकिन इसका टेंडर साढ़े पच्चीस लाख रुपये का होना बताया जा रहा हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि छत की दुरूस्ती कर उस पर मिट्टी डलवाकर फिर से उन्हीं ईंटों से कार्य को सम्पन्न कराया जायेगा। अब इस बात से पता चलता है कि यदि मौके पर जाकर निरीक्षण करें, तो वास्तव में ही खर्चा बेहद कम कीमत का होगा। साथ ही इस सम्बन्ध में सहायक गन्ना आयुक्त, गन्ना आयुक्त व गन्ना सचिव के साथ ही सीएम से भी शिकायत की गई हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस कार्य में कुल खर्च कितना होता हैं और दिखाया कितना जाता हैं और बाकी बचे धन को समिति के खाते में भेजा जायेगा या उसका इस्तेमाल निजी हितों के लिए होगा, यह तो आने वाला समय ही बता पायेगा। यह मामला समिति परिसर में चर्चाओं में चल रहा हैं।