Home / राज्य / उत्तराखंड / हरिद्वार / रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने साइबर/सर्विलांस की मदद से मेरठ से किया गिरफ्तार

रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने साइबर/सर्विलांस की मदद से मेरठ से किया गिरफ्तार

पिथौरागढ़।
16 अक्टूबर को शिकायतकर्ता भूपेन्द्र सिंह मेहता निवासी सत्याल गाँव थल द्वारा थाना थल में तहरीर दी गई थी कि कपिल धामा पुत्र शीशपाल सिंह निवासी- गिरधरपुर निकट पाण्डव पुलिया थाना- खेकड़ा जिला बागपथ, उत्तर प्रदेश व सुधीर मलिक पुत्र नरदेव मलिक, निवासी- खेड़ीपट्टी थाना बावरी जिला शामली उत्तर प्रदेश द्वारा रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 16 लाख 30 हजार रुपये की ठगी की गई है। तहरीर के आधार पर थाना थल में उपरोक्त अभियुक्तगणो के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया। पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़, लोकेश्वर सिंह के आदेशानुसार मुकदमे में नामजद अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी हेतु थानाध्यक्ष थल हीरा सिंह डांगी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। जिस पर थाना थल व एसओजी टीम द्वारा साइबर/सर्विलांस सैल की मदद से संयुक्त रुप से कार्यवाही करते हुए अभियुक्तगणों के सभी सम्भावित स्थानों पर चैकिंग/छापेमारी करते हुए मुकदमे में नामजद अभियुक्त कपिल धामा को सोहराब गेट बस अड्डा, थाना नौचंदी जिला मेरठ (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया। जबकि अन्य अभियुक्त सुधीर मलिक की तलाश जारी है। अभियुक्त कपिल धामा अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था तथा वर्तमान में मेरठ में छिपा हुआ था, जिसे पकड़ने में पुलिस टीम को कड़ी मशक्कत के बाद सफलता हासिल हुई। अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। गिरफ्तार करने वाली टीम में थल थानाध्यक्ष हीरा सिंह डांगी, कानि0 धर्मेन्द्र भारती, कानि0 बलवन्त वल्दिया एसओजी व साइबर/सर्विलांस सैल कानि0 अरविन्द कुमार व कानि0 मनोज कुमार शामिल रहे।

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