रुड़की। एसएसडीपीसी गर्ल्स (पीजी) कॉलेज में चल रहे मासिक योगा प्रशिक्षण शिविर के मौके पर छात्राओं को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रभारी डॉ. कामना जैन ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता हैं। स्वस्थ एवं संतुलित जीवन हेतू प्राणायाम एवं योग का महत्व भारत ही नहीं बल्कि विश्व में भी व्याप्त हैं। मनुष्य के शरीर मन एवं आत्मा को स्वस्थ एवं प्रसन्न रचित रखने मंे योग की प्रमुख भूमिका हैं। योग के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना एवं क्रीड़ा समिति के तत्वाधान में महाविद्यालय परिसर में ही छात्राओं के लिए एक माह का योगा प्रशिक्षण शिविर का 1 नवंबर से आयोजन किया जा रहा हैं, जो 30 नवंबर तक चलेगा। योगा प्रशिक्षण महाविद्यालय की दो योगा प्रशिक्षित छात्राओं कु. शिवानी बीए पंचम सेमेस्टर तथा कु. सोनाली बीए प्रथम सेमेस्टर द्वारा दिया जा रहा हैं। प्राचार्य ने बताया कि शरीर में रक्त प्रवाह एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में योगासन अत्यंत लाभदायक हैं तथा छात्राएं विभिन्न यौगिक क्रियाएं कुशलता पूर्वक सीख रही हैं। उन्होंने बताया कि कई असाध्य रोगों का ईलाज योग में ही छिपा हैं। इसे योग दिवस के अतिरिक्त दैनिक नित्यकर्म में सम्मिलित किया जाना चाहिए। यदि संभव हो सका तो इसे छात्रा हित में आगे भी जारी रखा जायेगा। क्रीड़ा प्रभारी डॉ. किरण बाला ने बताया कि तनाव मुक्त रहने के लिए योग सर्वोत्तम हैं। योगा प्रशिक्षण से छात्राएं अपने लक्ष्य पर और अधिक ध्यान केंद्रित कर सकती हैं। महाविद्यालय की बीए. बीएससी एवं एमए की छात्राएं उत्साहपूर्वक योग सीख रही हैं।

By Admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share