रुड़की। ( बबलू सैनी )
वर्तमान में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे आदित्य बृजवाल किसी ना किसी मुद्दे को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहते हैं। हाल ही में हरिद्वार जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा हुई थी, जिसके बाद सभी दलों ने हरिद्वार की पंचायत सीटों पर अपने अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया था। लेकिन बसपा प्रदेश अध्यक्ष की निगरानी में हुए जिला पंचायत सदस्यों के टिकट वितरण में प्रदेश अध्यक्ष पर टिकट बेचने तक के आरोप लगाए गए। हालांकि यह आरोप कितने सच है अभी इसकी पुष्टि तो नहीं हुई। लेकिन हा जिस तरीके से चर्चाएं चल रही है, उससे राजनीतिक माहौल जरूर गरम हो गया है। विगत दिवस एक पोर्टल को दिए इंटरव्यू में नगला कुबड़ा जिला पंचायत सीट से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे पनियाला निवासी मुनीश सहगल ने बताया कि पूर्व विधायक हरिदास के बेटे आदित्य बृजवाल ने जबसे प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है, तभी से निष्ठावान कार्यकर्ता पार्टी को अलविदा कहकर अन्य दलों में जा रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि वह सिर्फ और सिर्फ पैसों को तवज्जो देते हैं। सच्चे पार्टी कार्यकर्ताओं का वह आदर नहीं करते। यहां तक कि उनके पिता पूर्व विधायक हरिदास का भी यही आचरण है। उन्होंने यह भी कहा कि बहन कुमारी मायावती दलित समाज की देवी है और उन्होंने दलित समाज को नया जीवन दान देने का काम किया। उन्होंने कहा कि विगत दिवस जो रविंद्र पनियाला ने पार्टी छोड़कर भाजपा ज्वाइन की, इसके लिए भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदित्य बृजवाल ही जिम्मेदार हैं। क्योंकि 3 सीटों पर टिकट के लिए रविंद्र पनियाला ने 21 लाख रुपए दिए थे, लेकिन उनसे इनके अलावा भी और पैसों की डिमांड की गई। जिसके चलते उन्होंने पार्टी का दामन छोड़ भाजपा ज्वाइन करने का निर्णय लिया। सहगल ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश अध्यक्ष आदित्य अग्रवाल ने हरिद्वार जनपद की प्रत्येक सीटों पर टिकट बेचने का काम किया। उन्होंने कहा कि बहन कुमारी मायावती को ऐसे लोगों ने ही बदनाम किया हुआ है। ऐसे लोग ही टिकटों की खरीद-फरोख्त कर उनके नाम को धूमिल करने का काम करते हैं। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि जब से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी आदित्य बृजवाल ने संभाली है। पार्टी दिनोंदिन कमजोर होती जा रही है और यही कारण है कि पंचायत चुनाव में बसपा अपना खोया हुआ वर्चस्व भी हासिल नहीं कर पाएगी। क्योंकि हरिद्वार जनपद में विधानसभा हो या पंचायत चुनाव, बसपा हमेशा पहले नंबर पर ही आती थी, लेकिन ऐसे लोगों के कारण पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। वहीं प्रदेश अध्यक्ष आदित्य बृजवाल ने उक्त आरोपों को निराधार बताया। साथ ही कहा कि उनका टिकट कट गया है इसलिए वह बौखला कर इस तरह के बयान दे रहे हैं।