रुड़की। पिछले दो दिन में झबरेड़ा थाना क्षेत्र में तीन लोगों की अलग-अलग हादसों में दर्दनाक मौत हो गई। इन घटनाओं से हर कोई दुःखी हैं तथा जनप्रतिनिधि मृतकों के आवास पर पहंुचकर उन्हें सांत्वना देने में लगे हुये हैं। बताया गया है कि बुधवार की दोपहर फाजिलपुर बस स्टैण्ड पर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। घटनाक्रम के अनुसार पंकज पुत्र धर्मपाल व दीपक पुत्र रणजीत निवासी धर्मपुर तेरहवीं में निकटवर्ती गांव फाजिलपुर गये थे। जब वह उधर से वापस लौट रहे थे। जैसे ही उन्होंने सड़क क्रास करने का प्रयास किया, तभी तेज गति से मंगलौर की ओर से आ रही स्कॉर्पियो कार उन्हें बचाने के चक्कर में बस स्टैण्ड में जा घुसी और स्टैण्ड का लेंटर गिरने से उसके नीचे दोनों बाईक सवार दब गये। चींख-पुकार मचने पर वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गये। घटना की सूचना झबरेड़ा पुलिस को दी गई।
सूचना मिलने पर मंगलौर कोतवाली पुलिस व थानाध्यक्ष विनोद थपिलयाल, चौकी इंचार्ज हाकम सिंह तोमर पुलिस बल के साथ मौके पर पहंुचे तथा दोनों को बामुश्किल मलबे से बाहर निकाला गया। इस घटना में पंकज ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दीपक को गम्भीर हालत में रुड़की अस्पताल लाया गया और उसे गम्भीर देखते हुए हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी भी मौत हो गई। जबकि एक मिस्त्री स्टैण्ड के नीचे बैठकर टायर पेंचर जोड़ने का काम करता था, वह स्कॉर्पियो को देखकर दुकान छोड़कर बाहर की ओर भागा और उसकी जान बच गई।
उधर ग्रामवासियों ने पंकज के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर विधायक धर्मपत्नि वैजयंती माला व अन्य कई जनप्रतिनिधि मौके पर पहंुचे। इस दौरान वैजयंती माला ने मृतक परिवार को भरोसा दिया कि वह सीएम राहत कोष से एक लाख रुपये दिलायेंगी। काफी समझाने-बुझाने के बाद पुलिस ने किसी तरह जाम खुलवाया। बाद में पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया। समाचार लिखे जाने तक शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए मौके पर पुलिस बल तैनात रहा।
वहीं एक अन्य घटना में बुधवार की शाम खेड़ामुगल के नजदीकी गांव मुकंदपुर का रहने वाला जसबीर बाईक से रुड़की आ रहा था। जैसे ही वह बेहेडेकी सैदाबाद गांव के नजदीक पहंुचा, तो गन्ने से भरी बोग्गी से उलझकर उसका सिर सड़क में जा लगा और उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर झबरेड़ा थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल मौके पर पहंुचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया। थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल ने कहा कि अगर युवक के पास हेल्मेट होता, तो उसकी जान बच सकती थी। उधर मृतक के परिजन भी घटना की जानकारी मिलने पर अस्पताल पहंुचेे। दो दिन में हुये इन तीन हादसों ने लोगों को झकझोर कर रख दिया।