रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) क्षेत्र में चोरी की घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा हैं, लेकिन इनकी रोकथाम में पुलिस फिसड्डी साबित नजर आ रही हैं। आज भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश के घर के ताले चटकाकर चोरों ने लाखों रुपये के सामान व नगदी पर हाथ साफ कर दिया। वहीं उनके पड़ोसी के घर में भी चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहंुची और मामले की जानकारी जुटाई।
बताया गया है कि भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गिरी का हरिद्वार रोड़ स्थित सहजपुरम काॅलोनी में आवास हैं। राकेश गिरी परिवार के साथ छोटी दीपावली वाले दिन से ही अपने गांव गये हुये थे। आज सुबह जब वह घर लौटे, तो घर के ताले टूटे हुये मिले। अंदर जाकर देखा, तो सारा सामान बिखरा हुआ था। राकेश गिरी की पत्नि जो कि सरकारी अस्पताल में नर्स हैं, ने बताया कि घर में कुछ जेवरात और नगदी चोरी हुई हैं। वहीं मामले की जानकारी पाकर सिविल लाईन कोतवाली पुलिस मौके पर पहंुची और मामले की जानकारी ली। पुलिस का कहना है कि काॅलोनी के पास अपना सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। इसलिए पुलिस यहां गश्त पर कम ही रहती हैं। कहा कि मामले की तहरीर आने के बाद ही कार्रवाई की जायेगी। जल्द ही मामले से पर्दा उठा दिया जायेगा। वहीं चोरी की सूचना पर जिपं अध्यक्ष किरण चैधरी, रामकुमार चैधरी समेत दर्जनों भाजपा नेता व पदाधिकारी उनके आवास पर पहंुचे। दिलचस्प बात यह है कि यह चोरी प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर ही नहीं हुई बल्कि उनके घर के पास दूसरे घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। इसी काॅलोनी में निवास करने वाले सिंचाई विभाग से रिटायर्ड आर.के. गुप्ता के घर में भी चोरों ने संेधमारी कर माल उड़ा लिया। बताया जा रहा है कि गुप्ता भी परिवार के साथ घर से कहीं बाहर गये हुये थे। चोरी की घटना की जानकारी उनके घर आने पर लगी। उन्होंने इसकी सूचना पड़ोस में रहने वाले भाजपा नेता ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गिरी को दी। इन चोरी की घटानाओं से साफ जाहिर होता है कि जिस दिन चोरी आर.के. गुप्ता के घर में की गई, उसी दिन चोरी राकेश गिरी के घर पर भी की गई। घटना की जानकारी मिलते ही सीओ रुड़की विवेक कुमार व केतवाल देवेन्द्र सिंह चैहान मौके पर पहंुचे, जिन्होंने पूरे घटनास्थल का निरीक्षण किया और छानबीन शुरू कर दी। इस मामले में जानकारी के लिए दोनों ही अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया। एक ही काॅलेनी में चोरी की दो वारदात होना पुलिस कार्यशैली पर भी सवाल उठाता हैं।