रुड़की। ( बबलू सैनी )  रमजान उल मुबारक के पहले जुमा की नमाज नगर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अकीदत के साथ अदा की गई। नमाज अदा करने से पहले उलेमाओं ने रमजान की फजीलत बयान की। जामा मस्जिद में मौलाना निसार अहमद ने अपने बयान में कहा की अल्लाह ने रमजान के महीने को कई प्रमुख कारणों से दूसरे महीनों की तुलना में बहुत ही अफजल बनाया है। यह वह महीना है, जिसमें कलाम ए पाक अवतरित हुआ और इस माहे रमजान में हर नेक काम के बदले अल्लाह ताला उसका 70 गुणा सवाब बढ़ा देता है। मौलाना अजहर उल हक ने कहा कि रमजान शरीफ में रोजा रखने और इबादत करने का विशेष महत्व है। रमजान में जहां प्रातः सूर्योदय से पूर्व से लेकर सूर्यास्त तक रोजा रखा जाता है, वहीं पांच वक्त की नमाज एवं तरावीह की विशेष नमाज भी अदा की जाती है। जुमा के नमाज के बाद नगर की जामा मस्जिद में बड़ी संख्या में रोजेदारों ने देश व प्रदेश में अमन-चैन, खुशहाली के साथ ही कौम की तरक्की की विशेष दुआएं मांगी। नगर निगम द्वारा जामा मस्जिद सहित नगर की सभी मस्जिदों के आसपास विशेष सफाई व्यवस्था कराई गई। मुफ्ती मोहम्मद सलीम, मौलाना नसीम अहमद कासमी, कारी कलीम अहमद, कारी मोहम्मद एहतेसाम, विधायक हाजी फुरकान अहमद, अफजल मंगलौरी, हाजी मोहम्मद सलीम खान, डॉक्टर नैयर काजमी, हाजी नौशाद अहमद, जावेद अख्तर एडवोकेट, हाजी लुकमान अहमद कुरैशी, कुंवर जावेद इकबाल, हाजी महबूब कुरैशी, फखरे आलम खान, डॉक्टर मोहम्मद मतीन, सैयद नफीस उल हसन, इमरान देशभक्त, हाजी गुलफाम अहमद, सलीम साबरी, मास्टर शमसुद्दीन आदि ने रमजान उल मुबारक की मुबारकबाद पेश की।

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