रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रुड़की में विगत 31 अक्टूबर से 6 नवंबर तक जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार मनाये गये ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह-2022’ का समापन आज साढ़े चार बजे किया गया, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि डिप्टी कलेक्टर नुपूर वर्मा रही।
सहायक अभियंता मुकेश शर्मा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप मंे बोलते हुए डिप्टी कलेक्टर नुपूर वर्मा ने कहा कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने तथा समारोह में उपस्थित सभी वैज्ञानिक एवं कर्मचारी तथा बच्चे आदि बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने भ्रष्टाचार जैसे गंभीर मुद्दे की प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि वह कई वर्षों से जल संस्थान से जुड़ी हुई हैं तथा संस्थान की अनेक गतिविधियों मंे भी शामिल हुई। परंतु भ्रष्टाचार जैसे गंभीर मुद्दे पर पहली बार संस्थान से जुड़ी। इससे पहले सिर्फ वैज्ञानिक गतिविधियों में ही सम्मिलित हुई। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के अनेक रुप हैं, जो पहले छाटे से रुप से शुरू होता हैं और बाद में बड़ा होता चला जाता हैं। इसे छोटे रुप में ही खत्म करना होगा। कहा कि भ्रष्टाचार सिर्फ आर्थिक रुप से नहीं बल्कि सामाजिक रुप से, राजनैतिक रुप से, औद्योगिक रुप से, नैतिक रुप से समाज एवं देश को खोखला करता हैं, कहा कि समय पर कार्यालय न पहंुचना या अपना कार्य न करना भी भ्रष्टाचार का ही अंग हैं। इसलिए उसको पनपते ही तुरंत खत्म करना होगा। तभी हमारा देश चहुंमुखी तरक्की कर सकता हैं। वहीं वैज्ञानिक-जी एवं मुख्य सतर्कता अधिकारी डाॅ. अनिल कुमार लोहनी ने अतिथियों का परिचय कराया और कार्यक्रम में पहंुचने पर उनका आभार प्रकट किया। साथ ही कहा कि मुख्य अतिथि नुपूर वर्मा का संस्थान को हमेशा से ही सहयोग मिलता आया हैं और उनके मार्गदशन मंे अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये। उन्होंने बताया कि सर्तकता आयोग का गठन भारत सरकार द्वारा सन् 1964 में किया गया, जिसका मुख्य कार्य सरकारी सेवकों को भ्रष्टाचार से सतर्क करने तथा उनके दायित्वों के निर्वहन हेतू दिशा-निर्देश पारित करना। बताया कि संस्थान कार्मिकों एवं बच्चों नेे सर्तकता जागरुकता पैदा करने हेतू संस्थान द्वारा अनेक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान कार्मिकों के साथ-साथ उनके बच्चे तथा रुड़की नगर के बुद्ध लोगों ने भी प्रतिभाग किया। जिसके लिए वह उनके हृदय से आभारी हैं। कार्यक्रम में पहंुचने पर मुख्य अतिथि का निदेशक रा.ज.सं. द्वारा गुलदस्ता भेंटकर स्वागत किया गया। इस दौरान डाॅ. योगेन्द्र नाथ शर्मा ‘अरूण’ द्वारा संस्थान हेतू लिखी गई जल स्तुति की प्रस्तुतीकरण प्रस्तुत किया यगा। समारोह के निदेशक डाॅ. सुधीर कुमार ने कार्यक्रम में पहंुचे आगंतुकों का आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम की मुख्य अतिथि से अपेक्षा जताई कि वह इस वर्ष की थीम को दृष्टिगत रखते हुए ‘विकसित भारत- भ्रष्टाचार मुक्त भारत’ के निवारण संबंधी विभिन्न उपयोगी एवं महत्वपूर्ण उपायों के बारे में जागरूकता पैदा करने के संदर्भ में अपने अनुभव साझा करेंगी। समापन समोरह के दौरान संस्थान में बच्चों, कर्मचारियों तथा रुड़की नगर के प्रबुद्ध नागरिकों हेतू कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनके विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया।

By Admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share