भगवानपुर। ( आयुष गुप्ता )
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि जिन आतंकियों और उनके आकाओं ने कुछ भारतीय महिलाओं की मांग का सिंदूर उजाड़ने का दुस्साहस किया था, भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के जरिए उन्हें ही मिट्टी में मिला दिया। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने बुधवार को भगवानपुर में कामकाजी महिला छात्रावास का भूमि पूजन किया।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि यह कामकाजी महिला छात्रावास 279.05 लाख रुपए की लागत से बनकर तैयार होगा और यह लगभग 750 वर्ग मीटर के एरिया में फैला होगा। उन्होंने कहा कि छात्रावास के बनने से भगवानपुर और आसपास के क्षेत्र में कामकाजी महिलाओं को आवास संबंधी समस्या से मुक्ति मिलेगी। कैबिनेट मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा करते हुए कहा कि आज हर भारतवासी के लिए गर्व का दिन है, क्योंकि हमारी बहादुर सेना ने आतंकवादियों को उनके घर में घुसकर मारा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इसे ऑपरेशन सिंदूर का नाम भी इसीलिए दिया ताकि कोई आतायी भविष्य में ऐसी वारदात करने का दुस्साहस न कर सके। पत्रकारों से वार्ता करते हुए कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि इस अभियान की सफलता के बाद इसकी जानकारी देने के लिए भी सेना की दो महिला अधिकारी सामने आई, जिससे पूरी दुनिया में संदेश गया कि भारत की नारियां कितनी सशक्त हैं। इस अवसर पर राज्यमंत्री श्यामवीर सैनी, विधायक ममता राकेश, उप-निदेशक विक्रम सिंह, डीपीओ सुलेखा सहगल, राज्य परियोजना अधिकारी आरती बलोदी, धर्मवीर सिंह आदि मौजूद रहे।
महालक्ष्मी किट और किशोरी किट का वितरण
कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने पात्र महिला और किशोरियों को महालक्ष्मी किट और किशोरी किट का वितरण भी किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत छात्रावास निर्माण स्थल पर पौधा भी रोपा।