रुड़की। (बबलू सैनी )
चार योजनाओं से विधायक रहते आ रहे प्रणव सिंह का टिकट काटकर इस बार उनकी धर्मपत्नि देवयानी सिंह को भाजपा ने खानपुर से अपना प्रत्याशी बनाया हैं। जिसके बाद से भाजपा प्रत्याशी व विधायक प्रणव सिंह के खिलाफ बगावती सुर सुनाई देने लगे हैं। आज इसी क्रम में कुछ राज्य आन्दोलनकारियों ने नगर स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता कर बताया कि भाजपा पार्टी ने विधायक प्रणव सिंह की पत्नि देवयानी सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया हैं, जिसका वह पुरजोर विरोध करते हैं। जिसके लिए उन्होंने हाईकमान को भी पत्र लिखा हैं। उन्होंने बताया कि वह इस बार उसी प्रत्याशी को मत देंगे, जो उनके सुख-दुःख में आकर खड़ा रहता हैं। इसके लिए उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार उमेश शर्मा का भी जिक्र किया। साथ ही बताया कि समस्त आन्दोलनकारी उमेश शर्मा के साथ हैं और कंधे से कंधा मिलाकर उन्हें भारी मतों से विजयी दिलाने मंे अहम भूमिका निभायेंगे। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इन आन्दोलनकारियों ने प्रत्याशी बनने के इतने दिन बाद आखिर प्रेसवार्ता कर विरोध क्यों जताया। क्या इसके पीछे कोई व्यक्ति लाभ उठाने की मंशा हैं। बहरहाल कुछ भी हो, लेकिन जिस प्रकार से आज आन्दोलनकारियों ने प्रेसवार्ता कर खानपुर प्रत्याशी को सवालों के कटघरे में खड़ा किया हैं, उससे प्रेसवार्ता करने वाले आन्दोलनकारी भी स्वयं सवालों के घेरे में नजर आ रहे है। क्योंकि जिस प्रत्याशी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने का जिक्र आन्दोलनकारियों ने किया, वास्तव में देखा जाये, तो वह भी लोकतंत्र के हत्यारे की श्रेणी में आते हैं ओर वह व्यक्ति विशेष की रंजिश को इस प्रकार से विरोध स्वरुप दिखाकर आखिर क्या साबित करना चाहते हैं।
पत्रकारों ने सवाल पूछा कि क्या वह किसी के दबाव में आकर यह प्रेसवार्त कर रहे हैं, तो इसका उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि वह भाजपा प्रत्याशी को हर बूथ पर जाकर उनका विरोध करने के साथ ही उन्हें हराने का काम करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि जो विधायक उत्तराखण्ड को सरेआम नशे में धुत होकर गाली देता हो और भाजपा उसके परिवार को अपना प्रत्याशी बनाती हैं, तो यह भाजपा की दोगली नीति हैं और समस्त उत्तराखण्डवासियों की भावनाओं पर कुठाराघात हैं।