रुड़की। ( बबलू सैनी ) झबरेड़ा स्थित प्रज्ञा अस्पताल के चिकित्सक डॉ. दिनेश त्रिपाठी ने अपनी टीम के साथ ऐसा कार्य कर दिखाया, जिसे बड़े-बड़े चिकित्सक नहीं कर पाये। इस कारण उनकी ख्याति चारों ओर फैल रही हैं। बताया गया है कि सहारनपुर जनपद के गांव बटौल की अंजुमन के पेट में पिछले कई वर्षों से एक वजनी रसोली बनी हुई थी, जिसे पीड़िता द्वारा कई अस्पतालों में चैक कराया गया, लेकिन उन्होंने ऑप्रेशन करने से साफ मना कर दिया। निराश होकर महिला के परिजन डॉ. दिनेश त्रिपाठी के अस्पताल में पहंुचे और उन्हें अपनी समस्या बताई। इस पर चिकित्सक ने अपने अन्य सहयोगी चिकित्सकों से राय- शुमारी की और उसका ऑप्रेशन करने के लिए तैयार हो गये। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए डॉ. दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि स्वास्थ्य कार्ड के तहत यह ऑप्रेशन निःशुल्क किया गया। ऑप्रेशन के दौरान टीम में डॉ. दिनेश त्रिपाठी, डॉ. जमीर अहमद, डॉ. शफीक रब्बानी, डॉ. बबीता चोपड़ा, डॉ. अर्पित त्रिपाठी, आरती, स्वाति, कामिल व अन्य सहयोगी रहे। इस महिला का ऑप्रेशन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता था, लेकिन वह दर्द के मारे चिल्ला रही थी। ऑप्रेशन सफल रहा और मरीज के पेट से निकाली गई रसोली का वजन 14 किलो निकला। फिलहाल मरीज बिल्कुल स्वस्थ हैं और चिकित्सक भी सफल ऑप्रेशन होने पर काफी खुश दिखाई दिये। वहीं महिला मरीज बटौल विासी अंजुमन व उसके परिवार के लोगों ने डॉ. दिनेश त्रिपाठी और उनकी टीम का सफल ऑप्रेशन करने पर आभार प्रकट किया। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ हैं।

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