रुड़की। प्रशासनिक भवन में मीडिया से रुबरू होते हुए वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार ने सिंचाई विभाग का एक पत्र दिखाते हुए दावा किया कि बायां गंगनहर किनारा स्थित सिंचाई विभाग का एक आवास भाजपा/कांग्रेस विधायकों को कब आवंटित किये गये, इसकी जानकारी सिंचाई विभाग को नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग से पूरी जानकारी आरटीआई के तहत मांगी जायेगी और इसके बाद सभी विधायकों के कब्जे वाले आवासों को खाली कराने के लिए हाईकोर्ट जायेंगे और यह आवास खाली करायेंगे।
सनद रहे कि खानपुर विधानसभा से मौजूदा समय में विधायक प्रणव सिंह द्वारा कुछ समय पहले पत्रकारों के साथ दुव्र्यवहार किया गया था। जिसके बाद सभी पत्रकारों ने एकजुटता दिखाते हुए उनका विरोध किया और हर कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया था। इसके बाद वह भी पत्रकारों के समर्थन आ गये थे और विधायक प्रणव सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने विधायक को उत्तराखण्ड को गाली देने वाला बताते हुए उनके राजा और चैम्पियन बताने पर सवाल उठाये थे। उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि सरकार सभी विधायकों से या तो खुद ही कब्जे वाले आवास खाली करा लें, नहीं तो वह स्वयं हाईकोर्ट की शरण में जायेंगे और सभी विधायकों के सरकारी आवास खाली करायेंगे।