कलियर। ( मुजम्मिल सिद्दीकी ) दरगाह साबिर पाक का 754वाँ सालाना उर्स/मेले में पीडब्ल्यूडी द्वारा किये गए विकास कार्यों की जांच करने पहुंचे ज्वाईंट मजिस्ट्रेट रुड़की ने विधायक फुरकान अहमद और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।
दरगाह साबिर पाक का 754वाँ सालाना उर्स/मेले में पीडब्लूडी के द्वारा किए गए विकास कार्यो की जांच की लेकर कलियर विधायक हाजी फुरकान अहमद ने उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र सदन में सवाल लगाया था।
उन्होंने कहा था कि दरगाह साबिर के सालाना उर्स/मेले में होने वाले कार्यों में कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने भारी अनियमित्ताएं की और दरगाह के पैसे को बंदरबांट करने का काम किया। जिस पर मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने जांच कर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। मंगलवार को ज्वाईंट मजिस्ट्रेट रुड़की अभिनव शाह, एएसडीएम विजयनाथ शुक्ला और कलियर विधायक हाजी फुरकान अहमद व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ साबरी गेस्ट हाउस की मरम्मत, हज हाउस रोड पर नाला चैम्बर, नाला मरम्मत का कार्य, जर्मन हेंगर, रंग-रोगन समेत अन्य विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। ज्वाईंट मजिस्ट्रेट रुडकी अभिनव शाह ने बताया कि शिकायत पर उर्स/मेले में किए विकास कार्यों की जांच को स्थलीय निरीक्षण किया गया और अधिकारियों को सभी कार्यो की जांच कर रिपोर्ट मांगी गई। विधायक हाजी फुरकान अहमद ने कहा कि उर्स/मेले में पीडब्ल्यूडी को 11 विकास कार्य का जिम्मा सौंपा गया था। जिसमें सवा दो करोड़ रुपए का बजट बनाकर दरगाह के पैसे को बंदरबांट करने का प्रयास किया गया। दरगाह के पेसों को सड़कों ओर नालों में खर्च किया गया है। ऐसे स्थानों पर लगाया गया, जहाँ आवश्यकता नही थी। दो वर्ष से तीन मस्जिदों के कार्यो को अनुमति नही दी गई ओर उनकी फाइलों का दबाकर रखा गया है। वक्फ बोर्ड में आने वाली रेलवे स्टेशन की मस्जिद जर्जर हालत में है। उसके निर्माण को लेकर प्राथमिकता नही दिखाई गई। उर्स/मेले में किए गए विकास कार्यो की जांच चल रही है। इस दौरान एएसडीएम विजयनाथ शुक्ला, एई नीरज गर्ग, पीडब्ल्यूडी एई रैना सैनी, जेई अतुल राणा, दरगाह प्रबन्धक शफीक अहमद, सुपरवाईजर राव सिकन्दर, इंतखाब आलम, गुलशाद सिद्दीकी, इस्तेकार प्रधान, नाजिम त्यागी, इंतजार राणा, सलीम पीरजी आदि मौजूद रहे।