रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) आज इकबालपुर शुगर मिल में एएसडीएम विजयनाथ शुक्ल तथा गन्ना विभाग की संयुक्त टीम पहंुची और पिछले वर्षों की गोदामों में रखी चीनी की गिनती का काम शुरू किया। इस चीनी से किसानों का वर्ष 2017-18 व 2018-19 का किसानों का 100 करोड़ से अधिक धनराशि का भुगतान किया जाना हैं। शुगर मिल पर किसानों का करीब 115 करोड़ रुपये बकाया चल रहा हैं और यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन हैं। हाईकोर्ट द्वारा पिछले दो वर्षों का भुगतान मिल के गोदाम में रखी पुरानी चीनी को बेचकर करने के आदेश दिये थे। चीनी की बिक्री तथा यह रकम डीएम व गन्ना विभाग के एसक्रो खाते में डाला जाना हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासनिक और गन्ना विभाग की टीम इकबालपुर मिल में पहंुची। यहां पुरानी चीनी के बोरों की गिनती चल रही हैं। वहीं चै. सुभाष नंबरदार और किसान नेता फरमान त्यागी ने जिलाधिकारी से गोदामों में चीनी के बोरों की संख्या कम होने की शिकायत की थी तथा वहीं दूसरी ओर मिल का पेराई सत्र शुरू होते ही पुरानी चीनी को रिप्रोसेस भी किया जाना हैं। क्योंकि पुरानी चीनी गिली हो गई थी। पिछले वर्ष भी इस चीनी को रिप्रोसेस कर वर्ष 2017-18 का कुछ भुगतान मिल की ओर से किया गया था। गोदाम में रखे चीनी के बोरों की गिनती को लेकर मिल अधिकारियों में संदेह की स्थिति बनी हुई हैं। चर्चा है कि गोदामों में किसानों के भुगतान के लायक चीनी बची ही नही। ऐसे में यह भुगतान कैसे होगा? इसकी बड़ी चुनौती मिल प्रबन्धन के सामने होगी। वहीं एएसडीएम रुड़की विजयनाथ शुक्ल ने बताया कि वह पिछले एक वर्ष से लगातार चीनी मिल में आ रहे हैं और गिनती के साथ ही चीनी को रिप्रोसेस कराया जा रहा हैं। संयुक्त टीम में एएसडीएम रुड़की विजयनाथ शुक्ल, अमीन सोमदत्त सैनी, सचिव प्रभारी अनंत सिंह, सहायक सचिव ज्ञानप्रताप, सीडीआई अमित सैनी, सीडीआई राकेश कुमार आदि शामिल रहे।