रुड़की। ( बबलू सैनी )
22 जुलाई को प्रदेश सरकार द्वारा इकबालपुर सहकारी गन्ना विकास समिति में दो निदेशकों को नामित किए जाने का आदेश जारी किया था, लेकिन इस आदेश के जारी होते ही जहां नामित डायरेक्टरों में खुशी का माहौल बना, वही यह खुशी नियुक्ति आदेश निरस्त होते ही पलभर में गम में तब्दील हो गयी। हुआ यूं कि 22 जुलाई को उत्तराखंड शासन द्वारा हरदीप सिंह उर्फ सन्नी पुत्र इंद्रजीत सिंह निवासी सिविल लाइन, सोहन पाल पुत्र स्व. आशाराम निवासी शेरपुर को डायरेक्टर पद पर नियुक्त करने का आदेश जारी हुआ था। लेकिन राजनीतिक उठापटक के चलते तत्काल ही उनके नियुक्ति पत्र को निरस्त कर दिया गया, जिसके बाद नवनियुक्त डायरेक्टर में जो खुशी का माहौल बना था, वह गम में बदल गया। इसे लेकर फिर से राजनीतिक उठापटक शुरू हो गई है। बताया गया है कि हरदीप सिंह उर्फ सन्नी विधायक प्रदीप बत्रा के बेहद करीबी माने जाते हैं और व्यापार मंडल के चुनाव में भी विधायक का पूर्ण समर्थन मिला था। लेकिन वहां सफलता न मिलने के बाद उन्होंने राजनीतिक पहुंच के सहारे सहकारी गन्ना विकास समिति तक अपने पांव जमाना चाहे, जो जमने से पहले ही उखड़ गए। फिलहाल इस आदेश के जारी होने और निरस्त होने को लेकर राजनीतिक स्तर पर काफी गर्माहट बनी हुई है। वही हरदीप सिंह सन्नी ने बताया कि राजनीतिक उठापटक के चलते उनके नियुक्ति पत्र निरस्त हुए हैं। जल्द ही सरकार की कर से उनके नियुक्ति पत्र जारी होंगे। इस आदेश के निरस्त होने से विधायक को भी बड़ा झटका लगा है।