रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
भ्रष्टाचार को लेकर धामी सरकार समय-समय पर कड़ा रुख अपनाती आ रही है। हाल ही में मंगलौर से कोर कॉलेज के बीच टोडा खटका गांव के निकट सोलानी पुल पर बने ब्रिज में बड़ा हॉल होने से इंजीनियरों की बड़ी लापरवाही सामने आई थी, जिसका शासन ने संज्ञान लेते हुए एनएचएआई के अधिशासी अभियंता जितेंद्र कुमार त्रिपाठी व सहायक अभियंता मनोज कुमार राठौर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उन्हें मुख्यालय पीडब्ल्यूडी से अटैच करने हेतु
निर्देशित किया है। साथ ही इस कार्रवाई से शासन ने यह भी बताया है कि भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी को किसी भी रूप में बख्शा नहीं जायेगा। प्रशासन द्वारा पहली बार किसी निर्माण कार्य में लापरवाही को लेकर इतनी बड़ी कार्रवाई अमल में लाई गई, जो वास्तव में धामी सरकार की ईमानदार कार्यशैली को उजागर करता है। क्योंकि आज तक सिर्फ छोटे-मोटे कर्मचारियों पर ही गाज गिरती थी, लेकिन बड़े अधिकारी पर गाज गिरना बड़ा सवाल है। इस कार्रवाई के बाद से विभाग में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में भले ही इस बड़े हॉल को रिपेयर कर दिया गया हो, लेकिन भविष्य में इस हॉल से कोई बड़ा हादसा होगा या नही, यह कहना गलत नही होगा। देखने वाली बात यह भी है कि हॉल मामूली नहीं बल्कि काफी बड़ी मात्रा में फैला हुआ है, जो यहां से गुजरने वाले राहगीरों के लिए कभी भी बड़ी घटना का सबब बन सकता है।