रुड़की। ( बबलू सैनी ) गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के रामनगर में एक महिला से दो तोले सोने की चैन लूटकर तीन महिला ई-रिक्शा में फरार हो गई। लूटी-पिटी महिला बेहद सदमे में हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही हैं।
बताया गया है कि रामनगर गली नं. 13 निवासी महिला ललिता मनचंदा किसी कार्य से मैन बाजार में सामान लेने के लिए आई थी और जब वह दोपहर के समय सामान की खरीदारी कर ई-रिक्शा में बैठ गई, जिसमें पहले से ही तीन महिलाएं बैठी हुई थी। तीनों महिलाओं ने उसके साथ बातचीत शुरू कर दी और अपने जाल में चारों ओर से फंसा लिया तथा बातों में इतना उलझाया कि वह कुछ समझ नहीं पाई और जब ई-रिक्शा से शनिधाम के पास उतरकर घर पहंुची, तो देखा कि उसके गले की चैन गायब हैं, जबकि गले पर चैन के निशान जरूर मिलें। इस पर रोती हुई वह उसी स्थान पर पहंुची और साथ ही अपने परिजनों को घटनाक्रम से अवगत कराया। स्थानीय पार्षद पंकज सतीजा भी वहां पहंुचे और घटना की सूचना गंगनहर पुलिस को दी गई। पुलिस ने महिला से पूरे घटनाक्रम और महिलाओं के हूलिये के बारे में जानकारी ली। आस-पास के सीसीटीवी कैमरों में भी उन्हें खंगाला गया, लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। साथ ही पुलिस महिला को यह भी कहती रही कि कहीं रास्ते में भी गिर सकती हैं, लेकिन महिला ने चैन लूट की बात को बार-बार दोहराया। इस मामले में स्थानीय पार्षद पंकज सतीजा ने बताया कि रामनगर में आय दिन गुंडा तत्व गाड़ियों को तेजी से चलाते हैं और पटाखे छोड़ते हैं, यही नहीं बहन-बेटियों से छेडखानी करते हैं। स्थानीय पुलिस प्रशासन बेहद निष्क्रय बना हुआ हैं। उनके द्वारा बार-बार पुलिस से यहां गश्त करने के लिए आग्रह किया गया, लेकिन नतीजा सिफर रहा। वही पुलिस कहती है कि स्टापफ कम हैं। इस पर पार्षद ने गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि रामनगर में बहन-बेटियों की इज्जत अब सुरक्षित नहीं हैं। इस घटना से रामनगर के व्यापारियों में पुलिस के प्रति भारी रोष पनप रहा हैं। ऐसा भी माना जा रहा है कि ई-रिक्शा चालक उक्त तीनों महिलाओं से मिलकर इस घटना को अंजाम देने में कामयाब रहा और यह पहले से ही सुनियोजित षड़यंत्र हो सकता हैं। चैन की कीमत एक लाख रुपये से अधिक बताई जा रही हैं। इस प्रकार के गिरोह को पुलिस चिन्हित करें तथा ई-रिक्शा का नंबर आदि किसी भी सीसीटीवी से जांच-परखकर उचित और कानूनी कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ें ताकि फिर से कोई बहन-बेटी न लुट सके।