रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) रुड़की नगर के साथ ही देहात क्षेत्र में भी भैयादूज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सभी बहनांे ने भाई को तिलक कर उनकी दीर्घायु की कामना की, तो वहीं भाईयों ने भी अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लिया। भैयादूज के पर्व पर रुड़की रेलवे स्टेशन, रुड़की बस स्टैण्ड पर बहनों के घर जाने के लिए बड़ी संख्या में भाईयों की भीड़ लगी रही। तो, वहीं नगर व आस-पास के क्षेत्रों में भाई दुपहिया वाहनों पर अपनी बहन के घर गये और बहनों से तिलक करवाकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया। वहीं बहनों ने अपने भाईयो के लिए ईश्वर से उनकी दीर्घायु की प्रार्थना की। कई जगह गुरू की कन्या से ही भाईयों ने तिलक करवाया और अपनी बहन को उचित उपहार दिया। भैयादूज के पर्व पर नगर व आस-पास के बाजारों में भारी भीड़ रही, जिससे पुलिस प्रशासन काफी सतर्क रहा। इस पवित्र त्यौहार को लेकर बहनों ने अपने भाईयों के लिए अच्छे व्यंजन व मिठाईयां बनाकर तैयार कर ली थी तथा विवाहित बहने व्रत रखकर अपने भाई के आने का इंतजार बेसब्री से करती रही। भाईदूज की कहानी सुनने के बाद भाई के माथे पर तिलक कर उसकी लम्बी आयु की कामना ईश्वर से की। पूर्व से प्रचारित है कि रानी कर्णवती ने अपनी रक्षा के लिए दिल्ली के शासक हुमायूं को रक्षा सूत्र भेजा था जिस पर राखी की लाज रखते हुए हुमायूं ने रानी कर्णवती को बहन मानते हुये उसकी रक्षा की थी। तभी से भाई-बहन के बंधन का यह पवित्र त्यौहार मनाया जाता है।
वहीं दूसरी ओर भैयादूज पर्व पर शहर से लेकर देहात तक जहां आस-पास के इलाकों में भारी भीड़ देखने को मिली, वहीं राष्ट्रीय राजमार्गो पर भी वाहनों की लम्बी-लम्बी कतारें लगी रही। जाम की विकट समस्या से ग्रस्त भाई भैयादूज पर्व पर बहनों के घर भी देरी से पहंुचे।
रुड़की शहर के नगर निगम के पुल पर प्रातः 9 बजे से ही लम्बा जाम लगना शुरू हो गया था। पुलिस की तैनाती न होेने के कारण जाम से लोगों को घंटों जूझना पड़ा तथा बाद में स्वयं ही जाम खुलवाने का प्रयत्न किया गया। इसी के साथ ही रुड़की रोड़वेज, रेलवे स्टेशन तथा प्राइवेट वाहनों के कारण भारी मात्रा में जाम की समस्या बनी रही जिससे दिनभर स्थानीय लोग भी दो-चार होते नजर आये। भैयादूज पर्व पर लगने वाले जाम से प्रत्येक आदमी को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा।