रुड़की। ( बबलू सैनी )
पूर्व सैनिकों के साथ अक्सर कर दबंग लोग जमीन को लेकर विवाद करते रहते हैं, लेकिन पुलिस विभाग की ओर से इन मामलों में कोई ज्यादा दिलचस्पी नही दिखाई जाती, क्योंकि पुलिस दूसरी पार्टी को संरक्षण देकर पीड़ित सैनिकों का जमकर उत्पीड़न करती है। आज ऐसा ही एक मामला सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र का सामने आया, जहाँ पूर्व सैनिक ने आरोप लगाया कि कुछ दबंगों ने उसकी जमीन कब्जाने के लिए उसके मकान पर बुल्डोजर चलवा दिया। जिससे उसके मकान में रखा करीब 80 लाख रूपए का सामान भी नष्ट हो गया। दबंग यही नही रुके, उन्होंने उसका मकान तोड़कर उस पर निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है। इस संबंध में पीड़ित ने जेएम, एएसडीएम के साथ ही पुलिस के अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन उसे आज तक किसी भी स्तर पर न्याय नही मिला।
आज आबकारी गोदाम स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित पत्रकार वार्ता में बोलते हुए पूर्व सैनिक हवलदार राजबीर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि वह सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के नगला इमरती स्थित नंदा कॉलोनी में विगत 2004 से निवासरत है ओर परिवार के साथ रहता चला आ रहा है और बराबर की जमीन में डेयरी संचालित की हुई है। लेकिन कुछ दिनों पहले उक्त जमीन को अपना बताकर कुछ दबंगो ने उनके मकान को बुल्डोजर से तुड़वा दिया, यही नहीं उनके बेटे का मकान भी पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। साथ ही डेयरी में भी तोड़फोड़ की, जिसके कारण उसकी करीब 6 गाय भी गायब कर दी। उसका मकान टूटने से करीब 80 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। जो सामान तोड़कर मलबे में तब्दील कर दिया गया। इस संबंध में उन्होंने कई बार स्थानीय पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस उन्हें बार-बार लॉकअप में बंद कर देती। इससे पहले पीड़ित सैनिक ने घटना से जेएम ओर विधायक उमेश कुमार के साथ ही उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। पीड़ित सैनिक ने यह भी बताया कि उक्त प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है, बावजूद इसके स्थानीय पुलिस ने दबंगो को संरक्षण दिया हुआ है और मौके पर लगातार निर्माण चल रहा है। वह कई बार पुलिस के पास गए, लेकिन हर बार पुलिस ने उन्हें लॉकअप में बंद किया और उनकी कोई बात नहीं सुनी। इसी कारण वह कोर्ट सुनवाई में भी नही जा पाए। उन्होंने कहा कि जब मामला न्यायालय में विचाराधीन है, तो फैंसला भी वहीं होगा।