भगवानपुर। ( आयुष गुप्ता )
हजरत मखदूम बाबा मोहब्बत अली शाह व हजरत हाफिज शरीफ दीदार शाही चिश्ती साबरी का उर्स बड़ी अकीदत व धार्मिक रस्मों के साथ संपन्न हो गया, जिसमें सैकड़ों की तादाद में जायरीन तशरीफ लाए। उर्स की शुरुआत सुबह कुरान शरीफ की तिलावत व नाते पाक से की गई। नाते पाक शायर मुजीब सिकरोड़वी ने पढ़ी। इसके बाद मजार पर जाकर चादर पोशी की गई। कुल शरीफ की रस्म तथा लंगर का आयोजन भी किया गया। जिसमें हजारों लोगों को लंगर तक्सीम किया गया। इसके पश्चात एक कव्वाली का प्रोग्राम भी आयोजित किया गया, जिसमें सूफियाना कव्वाली पेश की गई। उर्स के समापन अवसर पर सज्जादा नशीन सूफी इंजीनियर मुजाहिर हुसैन ने देश और प्रदेश की शांति व खुशहाली के लिए दुआ की। इस मौके पर सज्जादा नशीन इंजीनियर मुजाहिर हुसैन ने बताया कि सूफी संतों ने हमेशा प्यार, भाईचारे तथा इंसानियत का संदेश दिया तथा हर धर्म के लोगों को फायदा पहुंचाया। उन्होंने बताया कि हजरत मोहब्बत अली शाह की मजार पर हर वर्ग के लोग जियारत करने आते हैं तथा मन्नत मांगते हैं। जब किसी की मनोकामना पूरी हो जाती है, तो मजार पर जाकर प्रसाद व चादर पोशी करते हैं। हजरत मोहब्बत अली शाह से मुस्लिमों के अलावा हिंदू भाइयों की भी गहरी आस्था है। उर्स के आयोजन में सूफी जहीर हसन, सूफी मुजम्मिल हुसैन, इंजीनियर मुदस्सिर हुसैन साबरी आदि अनेकों खादिम लोगों ने सराहनीय सेवाएं प्रदान की। इस मौके पर वरिष्ठ बसपा नेता सुबोध राकेश, सूफी डॉक्टर सागर सरधन्वी, शकील अहमद, इंतखाब हसन, इरफान खान, एमएम मलिक, बाबू ताहिर हसन, राव नौशाद अली, राव शाहाबाज, नवाब अली खान, ठेकेदार तौफीक हुसैन, ठेकेदार मोहम्मद असलम कसार, शायर मुजीब अहमद, सैयद मजीद हसन, खादिम इमरान अली, सूफी दिलशाद अली, हाफिज इनाम आदि सैकड़ों की तादाद में जायरीन शामिल हुए।
हरेला पर्व पर पौधारोपण भी किया
उर्स की समाप्ति के बाद मजार के निकट राज्य का लोकप्रिय हरेला पर्व भी मनाया गया। इस मौके पर सज्जादा नशीन इंजीनियर मुजाहिर हुसैन ने हरेला पर्व की बधाई देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रत्येक नागरिक को एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए ताकि वातावरण शुद्ध रह सके। वृक्षों से हमें सब्जी, फल आदि प्राप्त होते हैं तथा पेड़ पौधे से हमें ऑक्सीजन की भी प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि हरेला पर्व हरियाली, सुख तथा समृद्धि का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि दिन पर दिन विश्व का तापमान निरंतर बढ़ रहा है। इस तापमान को बढ़ने से रोकने के लिए हमें पेड़ पौधे लगाने तथा उनका संरक्षण करने पर अधिक से अधिक जोर देना होगा। इस मौके पर विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपे गए। इस मौके पर सूफी जहीर हसन, सूफी इंजीनियर मुदस्सिर हुसैन, सूफी डॉक्टर सागर, समाजसेवी शकील अहमद, मुजीब अहमद, सैयद नफीस उल हसन, पीर जी आदि अनेकों लोग मौजूद रहे।

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