रुड़की। ( बबलू सैनी ) संत सेवा समिति की ओर से 22वें कांवड़ चिकित्सा शिविर का शुभारंभ सिविल लाइंस स्थित श्रीसिद्धेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में किया गया। शिविर का शुभारंभ शंकर अखाड़ा श्रीकृष्ण प्रणामी गऊ सेवाधाम के परमाध्यक्ष स्वामी दिनेशानंद भारती द्वारा फीता काटकर किया गया।
इस अवसर पर स्वामी दिनेशानंद भारती ने कहा कि विश्व की प्राचीनतम पैदल यात्रा में से एक कावंड़ यात्रा है। यह यात्रा हिंदुओं की एकता की यात्रा है, जहां शिवभक्त अपनी समस्त जाति, बिरादरी, ऊंच-नीच, अमीरी-गरीबी भुलाकर केवल कांवड़िया कहलाता है और जो लोग कांवड़ नहीं ले जाते, वह कांवड़ियों में शिव का रुप देखकर इन्हें भोला कहते हैं। इन भोलों की सेवा से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। इस वर्ष उत्तराखंड सरकार ने इस कांवड़ यात्रा के लिए एक बजट रखा है, जो वास्तव में सराहनीय है। शिविर संयोजक देवेंद्र सिंह वर्मा ने कहा कि यह उनका लगातार 22वा चिकित्सा सहायता शिविर है। शिविर 9 दिन तक चलेगा। इस अवसर पर मनोज अग्रवाल, अमित त्यागी, सावित्री देवी मंगला, देवेंद्र सिंह वर्मा, पार्थ वर्मा, हर्ष कुमार, अनिल गोयल, यथार्थ वर्मा, दिनेश दयाल धन्नी, मुकेश अग्रवाल, संजय गर्ग आदि मौजूद रहे।
