रुड़की। ( बबलू सैनी ) केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 रुड़की के बच्चे ग्रीष्मकालीन अवकाश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नीति निर्देशन के अनुसार खिलौने बना रहे हैं। विद्यालय के बच्चों को ग्रीष्मकालीन अवकाश में गृह कार्य के अंतर्गत उनकी रुचि एवं दक्षता विकास उद्देश्य की प्राप्ति के लिए उन्हें कुछ क्रियात्मक करने के लिए कहा गया था, जिसके अन्तर्गत अन्य विद्याओं के साथ खिलौने बनाना भी शामिल हैं। विद्यालय के प्राथमिक विभाग के बच्चे विशेष रुप से वेस्ट मटेरियल से खिलौने बना रहे हैं। बच्चों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार बेकार पड़ी खाली बोतलों, माचिसों की डिब्बियों एवं क्ले आदि से खिलौने बनाने का कार्य रुचि पूर्वक कर रहे हैं। साथ ही साथ वे उन्हें सुदंर रंगों से रंगकर आकर्षक भी बनाते जा रहे हैं। विद्यालय के प्राचार्य अरविंद कुमार ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्किल डवलपमेंट यानी दक्षता विकास पर विशेष जोर दिया गया हैं। जिसमें बच्चों को केवल सैद्धाांतिक शिक्षा ही नहीं दी जानी हैं अपितु उन्हें कुछ क्रियात्म्क कार्य भी करने हैं। जिससे उनमें हस्त कौशल का विकास हो सके। उन्होंने बताया कि ऐसे क्रियात्मक कार्य करने से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास भी संतुलित तरीके से होता हैं।