रुड़की। ( बबलू सैनी )
अलग-अलग राज्यों में नेटवर्क फैलाकर नकली (अपमिश्रित) दवाईयों का कारोबार करने वाले 5 शातिर लोगों को चैक पोस्ट मण्डावर व इनोवा ड्रग्स एंव फार्मा कंपनी रायपुर भगवानपुर से नकली दवाइयां व भारी मात्रा में कच्चा मैटेरियल पाउडर मय वाहन आल्टो कार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया गया है कि उत्तराखंड एसटीएफ ने रविवार को सहारनपुर में अंतरराज्यीय अभियान के तहत नकली दवाई बनाने वाले लोगों के खिलाफ एसटीएफ उत्तराखण्ड के एसएसपी अजय सिंह के निर्देशन में अभियान चलाया गया था।एस. टी.एफ. टीम के निरीक्षक अबुल कलाम एवं प्रभारी निरीक्षक भगवानपुर के नेतृत्व में औधोगिक क्षेत्र में नकली दवाइंया बनाने वालों की धरपकड़ हेतु सम्भावित स्थानों पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान टीम ने रुड़की की ओर से आ रही एक आल्टो कार-800 (रंग सफेद) रजि0 न0 UK17N-5656, जिसमें सवार दो व्यक्ति नकली दवाईयो को बेचने हेतु भगवानपुर महाडी पर आने वाले है, तभी टीम को एक सफेद रंग की आल्टो कार आती दिखाई दी, जिसे रोका गया तो, पूछताछ में ड्राइवर ने अपना नाम नितिन प्रजापति पुत्र विजयपाल सिंह (26) निवासी मोहनपुरा डबल फाटक थाना सिविल लाईन रुड़की तथा उसके पास बैठे व्यक्ति ने राशिद खान पुत्र शौकत अली (32) निवासी मौहल्ला कस्बा थाना धामपुर जनपद बिजनौर उ0प्र0 हाल पता गुलाब नगर केयर आफ मौ0 सद्दीक निकट रामपुर चुँगी गंगनहर बताया। जब कार की तलाशी ली गयी, तो वाहन की पिछली सीट पर रखी दो गत्ते की पेटियों बरामद हुई, जिसमें नकली दवाइयां रखी हुई थी। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह इन पेटियों को कोरियर करने के लिए भगवानपुर जा रहे थे। तत्पश्चात ड्रग इंस्पेक्टर रुड़की की सहायता से दोनो आरोपियों को मै पेटियों के गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके आधार पर थाना भगवानपुर पर धारा अन्तर्गत धारा 420, 419, 274, 275, 276, 120B भादवि व धारा 17, 17B, 18(a)(i),18(a)(vi) 18(c) 18(A),18(B), 27, 28A, 28B औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। तत्पश्चात आरोपियों की निशादेही पर रोहताश सैनी पुत्र जयपाल सैनी निवासी रोहनाखास थाना कोतवाली नगर मुजफ्फरनगर उ0प्र0, संचित पुत्र- बलराज चढ्ढा निवासी- पूर्वावली गणेशपुर, थाना-गंगनहर हरिद्वार को नकली दवाईयां मय पाउडर के साथ इनोवा ड्रग्स एंव फार्मा कंपनी रायपुर भगवानपुर से गिरफ्तार किया गया। वहीं आरोपी संजीत पुत्र अमर सिंह निवासी ग्राम सिकरोढा भगवानपुर को उक्त प्रकरण में थाना लक्सर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया, जिसके आधार पर थाना लक्सर पर मुकदमा पंजीकृत है। पूछताछ के बाद आरोपियों का चालान कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ में आरोपी नितिन ने बताया कि वह हाईस्कूल पास है और विगत 2 वर्षां से नकली दवाई बेचने व बनाने का काम कर रहा है। उसकी कैलाशपुर सहारनपुर में स्वयं की कबाड की दुकान के साथ नकली दवा बनाने व पैकेजिंग करने की फैक्ट्री है, जिसमे उसका रिश्तेदार अश्वनी मशीन आपॅरेटिंग का काम करता है तथा मैं पंकज कुमार, विशाल, राशीद खान, रोहताश सैनी, संचीत, संजीत कुमार के साथ मिलकर एक दूसरे के सहयोग से नकली दवाईयां बनाने व बेचने का काम करते आ रहे थे। वह भगवानपुर में रायपुर स्थित इन्डस्ट्रीयल एरिया में बन्द पडी दवाई बनाने की फैक्ट्री, जिसका मालिक विशाल है व जो पंकज के साथ मिलकर पार्टनरशिप में है, में इनोवा ड्रग फार्मा के नाम से चोरी छिपे दिन व रात में नकली दवाईयां बनाने का काम करने के साथ फैक्ट्री में रखी महंगी मशीनों से दवाईयों के रेपर व पैकेजिंग का काम करते थे तथा संचित उपरोक्त उक्त फैक्ट्री के लिए फॉयल तथा उसमें प्रिटिंग का काम ग्राम सिसौना भगवानपुर में ए.टी. इन्टरप्राईजेज में साहिब नामक व्यक्ति से उसकी प्रिटिंगप्रेस में छपाई करवाता है, जहां जहां से रो मैटेरियल स्पलाई हुआ है, जहां-जहां से कोरियर हो रही है, ऐसी प्रिंटिग प्रेस जहां दवाईयों के रेपर एवं आउटर कार्टोन छाप रहे ऐसे लोग, जो रो मैटेरियल (कच्चा माल) इनके लिए सप्लाई करते है, वे लोग भी रडार पर है। फैक्ट्री में बनी नकली दवाई अपने पूरे नैटवर्क के साथ अलग-अलग राज्यों में मिलकर सप्लाई करते थे। टीम ने बताया कि 6 आरोपी पंकज, विशाल, अजय, अश्वनी, अरुण व प्रदीप वांछित है, जिन्हें जल्द पकड़ लिया जायेगा। पुलिस टीम में एसटीएफ निरीक्षक अबुल कलाम, निरीक्षक शरद चन्द्र गुसाई, औषधि निरीक्षक मानवेन्द्र सिंह, निरीक्षक अमरजीत सिंह, उ0नि0 दीपक चौधरी, एसटीएफ उ0नि0 याजवेन्द्र सिंह बाजवा, उ0नि0 विकास रावत, भगवानपुर उ0नि0 प्रवीण बिष्ट, विपिन कुमार, एसटीएफ हे0का0 चिरंजीत सिंह, है0का0 वेदप्रकाश भट्ट, एसटीएफ का0 प्रदीप जुयाल, दीपक नेगी, बृजेन्द्र सिंह चौहान, महेन्द्र व भगवानपुर थाने से सिपाही हरदयाल पंवार, रविदत्त, संजयपुरी, सुधीर चौधरी, गुलबहार, विनोद चौहान, चालक लाल सिंह शामिल रहे।

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