रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) झबरेड़ा की नूर बस्ती में पिछले कई वर्षों से शमशेर उर्फ लाली का उर्स बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता आ रहा हैं। इस वर्ष भी शमशेर उर्फ लाली का उर्स धूमधाम के साथ मनाया गया। उनके उर्स में आस-पास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में जायरीन जियारत के लिए आते हैं। इस उर्स में चार चांद लगाने के लिए विभिन्न जगहों से शायर भी पहंुचते हैं और अपने कलाम व शायरी के माध्यम से अपनी हाजरी लगाते हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय लोग व बच्चे तथा महिलाएं मेले में खूब खरीदारी करते हैं तथा मेले का
लुत्फ उठाते हैं। उर्स की व्यवस्थाओं को चाक-चैबंध रखने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा भी तैयारियां की जाती हैं। इस मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी मो. आदिल फरीदी ने कहा कि इस उर्स को क्षेत्र के लोग उल्लास के साथ मनाते आ रहे हैं। यहां जो भी व्यक्ति अपनी मुराद लेकर आता हैं, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती हैं। इस दौरान नसीम, रियासत, मुरसलीन, मौलाना मुहम्मद अब्बास साबरी, मियां साहब रफीक, मो. आदिल फरीदी, समीर, अरमान, तसव्वर, शकील अहमद, शाहरुख मलिक, राशिद, तहसीन, अनीश बाबा, सब्बू, अलीजान, मुन्ना, रिजवान, अकबर भगत, मुंतजीर, मुजम्मिल, मियां साहब शहजाद, डाॅक्टर अनिल, नाजिम, प्रदीप सैनी, अमित यादव समेत बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद रहे।