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भाजपा पार्षद मनीष वाल्मीकि उर्फ बॉलर समेत कई के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज, गैंग से जुड़े लोगों की तलाश शुरू, भाजपा ने दिखाया बाहर का रास्ता

रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन बेचने के आरोप में भाजपा पार्षद और उसके साथियों के खिलाफ एसटीएफ ने गंगनहर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। मामले में भाजपा पार्षद की गिरफ्तारी भी एसटीएफ द्वारा की गई है। आरोप है कि कुख्यात प्रवीण बाल्मीकि के साथ मिलकर इन्होंने सुनहरा की एक महिला और उसके परिवार को डराया धमकाया और उसके नाम से फर्जी कागजात तैयार कर जमीन बेचने की साजिश की। इसके अलावा अन्य जमीनों को भी फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने की पुष्टि एसटीएफ की जांच में हुई।
बुधवार की शाम छः बजे के करीब एसटीएफ की टीम रुड़की पहुंची और भाजपा पार्षद मनीष वाल्मीकि उर्फ बॉलर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। इसके बाद एसटीएफ निरीक्षक नन्द किशोर भट्ट ने गंगनहर पुलिस को तहरीर दी। जिसमें बताया गया कि उन्हें शिकायती पत्र मिला था, जिसमें रुड़की के नई बस्ती रामनगर में रहने वाले कुख्यात प्रवीण वाल्मिकि के भतीजे मनीष वाल्मीकि उर्फ बॉलर (वर्तमान में भाजपा पार्षद) एवं उसके अन्य सहयोगी राजकुमार व अंकित बिरला के विरुद्ध आरोप लगाए गए थे कि यह लोग रुड़की हरिद्वार क्षेत्र में संगठित आपराधिक गिरोह बनाकर लोगों को कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के नाम से जान से मारने की धमकी देकर इनकी जमीनों पर कब्जा कर खरीद फरोख्त का अवैध धंधा कर रहे है। मामले में की गई जांच में सामने आया कि रेखा पत्नी स्वर्गीय श्याम बिहारी निवासी ग्राम सुनहरा, जिसके पति का देहांत सन 2014 में हो गया था तथा उसकी काफी सारी संपत्ती सुनहरा रुड़की में स्थित है। भाजपा पार्षद मनीष उर्फ बॉलर, राजकुमार और उसके अन्य सहयोगियों द्वारा रेखा के ऊपर दबाव बनाया गया कि यह जमीन वह उनके नाम कर दे और अगर किसी अन्य को जमीन बेची, तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। इसका विरोध रेखा के देवर कृष्ण गोपाल ने किया, तो प्रवीण वाल्मीकि ने अपने शूटरो द्वारा सन 2018 में कृष्ण गोपाल की गोली मारकर हत्या करा दी गई थी। जबसे रेखा का भाई सुभाष मामले में पैरवी कर रहा था, उसके ऊपर भी सन 2019 में मनीष उर्फ बॉलर और उसके साथियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया, जिसमें उसकी जान बच गई थी। आरोप है कि इसके बाद पुनः रेखा उपरोक्त को 5 लाख की फिरौती देने की मांग की गई, फिरौती ना देने पर उसके व उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी गयी। मामले में भी मनीष वाल्मीकि उर्फ बॉलर एवं अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ और फिर उपरोक्त घटनाओं से भयभीत होकर रेखा अपनी और अपने बच्चों की जान की सुरक्षा के लिए अपना रुड़की स्थित मकान छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चली गयी।
आरोप है कि रेखा की अनुपस्थिति का फायदा उठाकर प्रवीण वाल्मीकि और मनीष उर्फ बॉलर और उसके गैंग के सदस्यों द्वारा रेखा की जमीनों को फर्जी तरीके से बेचकर पैसा कमाने के लिए एक फर्जी औरत निर्देश पत्नी रजनीश निवासी जमालपुर कलॉ थाना कनखल को रेखा बनाकर तैयार किया गया एवं रेखा के पति का मृत्यु प्रमाण पत्र का प्रयोग करके एक पावर ऑफर अटॉर्नी प्रवीण वाल्मीकि एवं मनीष उर्फ बॉलर के नजदीकी जानकार पंकज कुमार अष्टवाल पुत्र अशोक अष्टवाल निवासी सुनहरा के नाम बनवाई गई। इस पावर ऑफ अटॉर्नी से दो प्लाट बेचे गए। जिसमें फिर गुरमीत कौर और नजमा के पति नदीम द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसमें उनके द्वारा बताया गया है कि मनीष उर्फ बॉलर व राजकुमार के द्वारा उन्हें इस जमीन को क्रय करने के लिये सम्पर्क किया गया, जिसका सौदा कुल 80 लाख रू0 में तय हुआ। रजिस्ट्री के दौरान इन लोगों के द्वारा 12 लाख रू0 नगद दिये गये और बाकी की शेष राशि चैक के माध्यम से देनी तय हुयी थी। लेकिन जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ, तो उन्होंने चेक रोक लिए और जमीन नही ली। वहीं इसके बाद श्याम नगर रुडकी में स्थित एक प्लॉट करीब 6,166 वर्ग फीट इश्तियाक पुत्र जफर एवं गुलफाम पुत्र फैयाज निवासी ग्राम माधोपुर थाना गंगनहर रुड़की को करीब 58 लाख रूपए में रजिस्ट्री की गई। इसी प्रकार के एक अन्य प्रकरण में इस गिरोह के द्वारा उक्त निर्देश पत्नी रजनीश, जिसे पहले नकली रेखा बनाया गया था, को इस बार मीनाक्षी जैसिया बनाकर एक प्लॉट विक्की पुत्र महेश व संदीप पुत्र आसाराम को बेच दिया गया। इस रजिस्ट्री की जांच में आया कि जहाँ मीनाक्षी के रूप में पहचान हुई, उस पर जो मोबाइल नंबर है, वह मनीष उर्फ बॉलर का है। वहीं एसटीएफ की जांच में यह भी आया कि पिछले 2-3 माह (जुलाई – अगस्त) के अन्दर प्रवीण बाल्मिकी व मनीष उर्फ बॉलर के द्वारा अपने व्यक्तियों के माध्यम से रेखा पत्नी स्व0 श्याम बिहारी व उसके बच्चों को लगातार धमकाया जा रहा है व जान से मारने की धमकी दी जा रही है। जॉच में आये तथ्यों के आधार पर प्रवीण बाल्मिकी, मनीष उर्फ बॉलर, पंकज अस्टवाल, राजकुमार, अंकित बिरला, मोनिका व अन्य द्वारा उक्त सम्पत्ति को मूल सम्पत्ति स्वामिनी रेखा की फर्जी पावर ऑफ अटार्नी बनाकर निर्देश पत्नी रजनीश निवासी जमालपुर कलॉ थाना कनखल द्वारा पंकज अस्टवाल को दी गयी। उपरोक्त प्रकरण में उपरोक्त संगठित आपराधिक गिरोह में सम्मिलित सदस्यों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 एवं 120बी भारतीय दण्ड संहिता तथा धारा 111, 351, 352 भारतीय न्याय संहिता में मुकदमा पंजीकृत गंगनहर कोतवाली में किया गया। वहीं इस संबंध में कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी का कहना है कि एसटीएफ के पास पूरा मामला है। वहीं पूछताछ के लिए मनीष को देहरादून लेकर गए है।
समर्थकों का जमा रहा हुजूम
मनीष वाल्मीकि उर्फ बॉलर की गिरफ्तारी की खबर सुनकर बाल्मीकि समाज के लोग काफी संख्या में गंगनहर कोतवाली के बाहर जमा रहे। देर रात तक उनकी भीड़ कोतवाली के बाहर जमा रही। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाया, तब वह वापस लौटे।
मनीष वाल्मीकि उर्फ बॉलर गंगनहर कोतवाली का गैंगस्टर भी
पिछले कई माह पूर्व मनीष उर्फ बॉलर को एक रंगदारी व अन्य मामले में यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जबकि उसकी सरगर्मी से गंगनहर पुलिस को भी तलाश थी। जिसके बाद गंगनहर कोतवाली पर भी गैंगस्टर में मुदकमा दर्ज किया गया था।
भाजपा ने दिखाया बाहर का रास्ता
भाजपा से पार्षद मनीष वाल्मीकि उर्फ बॉलर के खिलाफ धोखाधड़ी ओर जालसाजी समेत कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भाजपा ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

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