रुड़की। ( बबलू सैनी ) रुड़की श्रम विभाग आजकल चर्चाओं में चल रहा हैं। कई मजदूरों ने बताया कि जब वह अपना श्रमिक कार्ड बनवाने के लिए कार्यालय में गये, तो वहां तैनात कर्मियों द्वारा उनसे पैसों की डिमांड की गई। इस पर जब उन्होंने वहां तैनात अधिकारी के बारे में पूछा, तो पता चला कि उन पर 3 जनपदों का कार्यभार हैं और वह कार्यालय में नहीं हैं। वहीं कई बार कार्यालय गये, लेकिन अधिकारी नहीं मिल पाये।
एक ओर जहां सरकार श्रमिकों के उत्थान के लिए उक्त श्रम कार्ड निःशुल्क रुप से बनाने पर जोर दे रही हैं, वहीं इस श्रम कार्यालय में तैनात लेबर इंस्पेक्टर के निजी कर्मी श्रम कार्ड की एवज में घूसखोरी कर रहे हैं। इससे एक ओर जहां सरकार की बदनामी हो रही हैं, वहीं सरकार की इस योजना पर भी सवालियां निशान लग रहा हैं। लेबर इंस्पेक्टर का समयबद्ध तरीके से कार्यालय में न बैठना ही कार्यालय कर्मियों की लापरवाही व भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला हैं। सरकार द्वारा इस विभाग को गरीब जनता की भलाई के लिए खोला गया था, ताकि श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। लेकिन हो इसके उलट रहा हैं। यहां तो जनता को ही ठगने का काम किया जा रहा हैं। उच्च अधिकारियों को इस मामले में जांच कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं इस सम्बन्ध में जब उक्त श्रम अधिकारी से वार्ता करने का प्रयास किया गया, तो वह उपलब्ध नहीं हो पाये।