रुड़की।
कुंभ कोविड़ जांच प्रकरण को लेकर विभिन्न स्तरों पर जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे ही कुंभ कोविड़ जांच को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इसी के चलते यह मामला भी प्रदेश में आग की तरह फैलता जा रहा है। आज इसी कुंभ कोविड़ जांच घोटाले को लेकर गठित जाँच टीम को मोहम्मद आदिल फरीदी ने नाकाफी बताया।
इकबालपुर स्थित अपने कैंप कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए (राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी) एनएचआरसी उत्तराखंड के डिप्टी कन्वीनर मोहम्मद आदिल फरीदी ने कहा कि कुंभ जैसे धार्मिक आयोजन में कोविड़ महामारी के नाम पर घोटाला करना प्रदेश की भाजपा सरकार के लिए बहुत बड़े शर्म की बात है। क्योंकि भाजपा हमेशा धर्म के नाम पर एक दूसरे को बांटने का काम करती आई है।
मोहम्मद आदिल फरीदी ने कहा कि जो कुंभ कोविड़ घोटाले के लिए हरिद्वार जिलाधिकारी द्वारा टीम गठित की गई है। वह उनसे संतुष्ट नहीं है। एनएचआरसी मांग करती है कि इस कुंभ कोविड-19 घोटाले की जांच के लिए रिटायर्ड जजों का चयन हो और उसमें पूरी पारदर्शिता के साथ जांच रिपोर्ट बनाई जाए ताकि दोषी अपराधियों और लैब संचालक को इस घोर लापरवाही की कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। मोहम्मद आदिल फरीद ने सरकार को चेताते हुए कहा कि 10 दिन के अंदर यदि जांच टीम नए सिरे से गठित नहीं होती, तो वह इस प्रकरण को लेकर हाई कोर्ट में एक रिट पिटिशन दाखिल करेंगे ओर कोविड़ घोटाले में शामिल आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी।
ज्ञात रहे कि दिल्ली की मैक्स कॉरपोरेट एजेंसी से संबंध नलवा व मालचंदानी लैब के काम में खामियां मिलने के बाद सीएमओ हरिद्वार द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस प्रकरण की जांच के लिए पुलिस का विशेष जांच दल एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के नेतृत्व में जांच कर रहा है। जांच दल द्वारा मैक्स नलवा व डॉ. माल चंदानी लैब की जांच कर रहा है। इन लैब में बाहरी प्रदेशों में जांच में एक ही जांच रिपोर्ट में कई लोगों के नाम दर्ज करने, एक ही फोन नंबर हजारों लोगों की जांच में शामिल होने के आरोप है। जिला प्रशासन मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गहरवार के नेतृत्व में सभी 11 लैब्स के कामों की जांच कर रहा है।