देहरादून: DGP IPS अशोक कुमार ने डीजीपी बनने के बाद से ही लगातार पुलिस सुधार को लेकर कई फैसले लिए। उन्होंने पुलिसिंग में सुधार के साथ ही पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के लिए भी योजनाएं शुरू की। साप्ताहिक अवकाश से लेकर सालों से पहाड़ी जिलों में तैनात पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को मैदान में तैनाती देने का काम किया।
अब उन्होंने पुलिसकर्मियों के लिए स्मार्ट बैरक की योजना तैयार कर उसे मूर्त रूप देना भी शुरू कर दिया है। राज्य में बने पुलिस बैरकों का बुरा हाल है। कई जगहों पर तो बैरक की छतें बरसात में टपकने तक लगी हैं। कुछ जगहों पर पानी भर जाता है। कुछ बेहद बदहाल और खराब स्थिति में हैं। ड्यूटी के बाद वापस लौटने के बाद हरकोई यही चाहता है कि उसे अच्छे से आराम मिले। जिस कमरे में वो रहे, वहां का माहौल अच्छा हो। कमसे कम दूसरे दिन ड्यूटी पर जाने से पहले उसे अच्छे से घर जैसे माहौल में आरोप मिल सके।
इसको साकार कनरे के लिए डीजीपी अशोक कुमार के निर्देशन में सालों से जर्जर और पुरानी बैरकों में रह रहे पुलिसकर्मियों के लिए स्मार्ट बैरक बनाई गई हैं। जिससे थके हुए पुलिसकर्मी जब शाम को अपनी ड्यूटी से बैरिक में आये तो उन्हें घर जैसी सुविधा मिल सके और वे शरीरिक और मानसिक रूप से फिट रह सकें। बैरक में प्रत्येक पुलिसकर्मी के लिए स्टोरेज बेड, अलमारी, व्यक्तिगत सेफ, चार्जिग प्वाइंट और टीवी की सुविधा उपलब्ध रहेगी।