रुड़की। ( बबलू सैनी ) साउथ सिविल लाईन हाईवे के दोनों ओर पानी की निकासी न होने के कारण जल भराव की स्थिति बनी हुई हैं। लेकिन बार-बार पत्राचार करने के बावजूद भी यहां नालांे का निर्माण नहीं हो पाया। जिसे लेकर स्थानीय लोगों में जनप्रतिनिध्यिों के खिलाफ भारी रोष पनप रहा हैं। यहां पानी की निकासी को लेकर पूर्व राज्यमंत्री ठाकुर संजय सिंह बेहद चिंतित दिखाई दिये। उनके द्वारा 8 जून 2017 को प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजा गया। जिसके बाद 3 जुलाई 2017 को पीएमओ ने मुख्य सचिव उत्तराखण्ड को इस संबंध में संज्ञान लेने के लिए पत्र भेजा। 25 अप्रैल 2018 को तत्कालीन जेएम नितिका खंडेलवाल ने इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी। 18 मई को तत्कालीन डीएम ने अपनी जांच सचिव मुख्यमंत्री को भेजी। वहीं 21 अक्टूबर 2019 को तत्कालीन सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नेहरू
स्टेडियम रुड़की में इन कार्यों की घोषणा की। 17 फरवरी 2020 को ठाकुर संजय सिंह ने फिर से सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत की। 5 जून 2022 को ठाकुर संजय सिंह ने शासन को रिमाईंडर भेजा। 4 अगस्त को फिर शासन को रिमाईंडर भेजा गया। जिसके बाद 20 अप्रैल 2022 को शासन ने यह पत्र सिंचाई सचिव उत्तराखण्ड को भेजा। जो अभी तक लंबित हैं। यहां नाला न बनने के कारण मोहनपुरा, साउफथ सिविल लाईन, डिफेंस कॉलानेी, चौ. चरण सिंह कॉलोनी, मंदाकिनी कॉलोनी, गोल भट्टा आदि क्षेत्रों में सड़क पर गंदा पानी भरा हुआ हैं। तत्कालीन जेएम नितिका खंडेलवाल ने शासन को जो अपना पत्र भेजा, उसमें बताया गया था कि पिछले डेढ़ दशक से भी अधिक समय से इस क्षेत्र में जल निकासी की समस्या विकराल बनी हुई हैं तथा उन्होंने रिपोर्ट में इस समस्या का समाधान भी बताया और कहा था कि हाईवे के दोनों ओर रेलवे पुल से लेकर गोदावरी होटल तक नाले का निर्माण होना चाहिए ओर इस नाले का पानी रजवाहे से अतिक्रमण हटवाकर खुदाई कर डाला जा सकता हैं। यह नाला पीरपुरा, मुंडलाना और आमखेड़ी होते हुए सोलानी नदी में गिरेगा। पूर्व राज्यमंत्री ठाकुर संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यालय से भेजे गये पत्र पर भी किसी अधिकारी ने कोई संज्ञान नहीं लिया। केवल यह मामला कागजों में ही चल रहा हैं ओर धरातल पर अभी तक कुछ भी दिखाई नहीं दिया। बरसात के दिनों में यहां के लोग जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं।