रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) एडीओ समाज कल्याण विभाग कार्यालय रुड़की में बड़ा गडबड झाला चल रहा है। पेंशन धारक लगातार कार्यालय के चक्कर काट रहे है। लेकिन उनके कार्य अधर में लटके हुये है। इसे लेकर पीड़ित बेहद गुस्से में है। यदि जल्द विभाग द्वारा अपनी कार्यशैली नहीं सुधारी गई, तो निश्चित रुप से यहां धरना-प्रदर्शन भी हो सकता है। इस संबंध में जानकारी देते हुए रामनगर के पार्षद पंकज सतीजा ने बताया कि विधवा, विकलांग, वृद्धा पेंशन धारक व योजना संबंधी पात्र लोग अपनी पेंशन व अन्य कागज सीएससी सेंटर से अपलोड कराते हैं, उसके बाद वह इन्हें एडीओ समाज कल्याण की आईडी पर भेजते है तथा उसके बाद एडीओ द्वारा उनके कागजों पर लिख दिया जाता है कि कागज साफ नहीं चमक रहे है। बस यही से पात्रों का शोषण शुरू हो जाता है और वह अपनी पेंशन के चक्कर मंे इधर-उधर भटकते रहते है। आरोप यह भी है कि समाज कल्याण विभाग द्वारा दलाल छोड़े गये है। जो विभिन्न सीएससी सेंटर संचालकों से सीधा संपर्क साधते हैं और जो लोग मुंह मांगी रकम दे देते हैं, उनके कागज पूर्ण कर आगे बढ़ा दिये जाते है। जो ऐसा करने में असमर्थ हैं या गरीब हैं, उन्हें पीछे धकेल दिया जाता है। यह प्रक्रिया पिछले कई माह से लगातार चल रही है और पीड़ित विभाग के चक्कर काट-काटकर थक चुके है। लेकिन आज तक भी उनकी पेंशन नहीं बन पाई। यह मामला कई बार तहसील दिवस में भी उठ चुका हैं, लेकिन विभाग ने अपनी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं किया। पार्षद पंकज सतीजा ने बताया कि जो रिश्वत देता है, उसका काम जल्दी हो जाता है, जो पैसे नहीं देता, उसे लटकाकर रखा जाता है। यह क्रम लगातार जारी है। ऐसे में अपनी पेंशन बनवाने के लिए पीड़ित लोग कहां जाये। यह समस्या उन्हें घुन की तरह खा रही है। बताया गया है कि पेंशन बनवाने के लिए सीएससी सेंटर से रिपोर्ट एडीओ समाज कल्याण व एडीओ के यहां से एसडीएम तथा उनके यहां से रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाती हैं और उसके बाद ही पेंशन शुरू होती है। एक ओर जहां भाजपा सरकार ईमानदारी के साथ कार्य कर रही हैं, वहीं उनके अधिनस्थ कर्मचारी जान-बूझकर गडबड कर रहे है। ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये। ताकि पेंशन धारकों को न्याय मिल सके।
एडीओ समाज कल्याण कार्यालय के चक्कर काट रहे पेंशन धारक, रिपोर्ट लगाने के नाम पर हो रहा शोषण
