रुड़की। ज्योतिष गुरुकुलम पुरानी तहसील रुड़की में कथा व्यास आचार्य पंडित रमेश सेमवाल ने द्वितीय दिवस कथा के अवसर पर बोलते हुए कहा कि भारतवर्ष संसार में सर्वश्रेष्ठ है, क्योंकि भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के अवतार भारतवर्ष में हुए हैं। गौ, गंगा, गीता, गायत्री, गोपाल भारतवर्ष में है। हिंदू और हिंदुत्व एक दूसरे के पूरक हैं। हिंदुत्व के बिना विश्व में शांति की कल्पना नहीं की जा सकती। हमारे वेद मंत्रों में, हमारे पुराणों में विश्व कल्याण की कामना की गई है। भागवत पुराण, भागवत गीता के द्वारा कलिकाल में मनुष्यों का कल्याण होता है। इसलिए हमें निरंतर धर्म पर चलना चाहिए। धर्म पर चल कर ही हमारा कल्याण होगा। धर्म का मार्ग ही सर्वश्रेष्ठ मार्ग है। हिंदू संस्कृति महान संस्कृति है। श्रीकृष्ण की संस्कृति है, श्रीराम की संस्कृति है। जहां सब के कल्याण की कामना की जाती है। हमारे ऋषि-मुनियों ने भी विश्व कल्याण की कामना की है। इसलिए कलयुग के मनुष्यों को निरंतर श्रीकृष्ण के बताए गए मार्ग पर चलना चाहिए। जहां सत्य है, करुणा है, प्रेम है। वही श्रीकृष्ण है। इसलिए भगवान श्रीकृष्ण का मार्ग ही सर्वश्रेष्ठ है। भगवान कृष्ण विभिन्न लीलाओं के द्वारा हमें यही ज्ञान देते हैं कि हमें निरंतर सबके कल्याण की कामना करनी है। सबके सुख में अपना सुख समझना है। इसलिए निरंतर भगवान श्रीकृष्ण की कथाओं का गुणगान करना चाहिए। जिससे हमारा जीवन शांति प्रेम दया संतोष पर चले। आज की कथा में प्रमोद शर्मा, चित्रा गोयल, रेनू शर्मा, राधा भटनागर, सुलक्षणा सेमवाल, आदिति सेमवाल, जगदीश अरोड़ा, प्रदीप चौहान, राम कुमार गुप्ता, आचार्य नरेश शास्त्री, आचार्य संदीप शास्त्री आदि मौजूद रहे।