रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
पटवारी भर्ती परीक्षा लीक होने के बाद एसटीएफ की जांच में पेपर को लीक कराने का मुख्य षड्यंत्रकारी लोक सेवा आयोग का ही एक अधिकारी निकला। एसटीएफ ने राज्य लोक सेवा आयोग के अति गोपन अनुभाग अधिकारी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर पेपर लीक मामले का भंडाफोड़ कर दिया।
पेपर लीक कांड होने से शासन और परीक्षा देने वाले व्यक्तियों में हड़कंप मच गया था। अन्य अभियुक्तों एवं उनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित धनराशि के संबंध में कार्यवाही की जा रही है। एसटीएफ को गोपनीय ढंग से सूचना प्राप्त हुई कि कुछ लोगों द्वारा लोक सूचना आयोग द्वारा 8 जनवरी 2023 को आयोजित लेखपाल/ पटवारी परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से पूर्व लीक कर कतिपय अभ्यार्थियों को उपलब्ध कराया गया है। सूचना की पुष्टि हेतु एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा विस्तृत जांच की गई। आरोपों की पुष्टि होने पर उनके द्वारा 12 जनवरी को हरिद्वार के कनखल थाने में मु0अ0सं0 12/23 धारा 409, 420, 468, 467, 471, 120 बी भादवि में 3/4 उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) निवारण अधिनियम 1998 पंजीकृत कराया गया। उक्त विवेचना में कार्रवाई करते हुए अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों में संजीव चतुर्वेदी अनुभाग अधिकारी अति गोपन विभाग-3 राज्य लोक सेवा आयोग उत्तराखंड, राजपाल पुत्र स्वर्गीय श्री फूल सिंह निवासी कुलचंदपुर उर्फ नथोड़ी थाना गागलहेड़ी जनपद सहारनपुर उत्तर प्रदेश, हाल निवासी ग्राम सुकरासा अम्बुवाला थाना पथरी जनपद हरिद्वार, संजीव कुमार पुत्र स्वर्गीय श्री मांगेराम निवासी ग्राम उपरोक्त, हाल निवासी फ्लैट नं-407 जर्स कंट्री ज्वालापुर, हरिद्वार व रामकुमार पुत्र श्री सुग्गन निवासी ग्राम सेठपुर, लक्सर बताया।