रुड़की। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आज महाविद्यालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार के अनुमोदन पर कार्यालय जिला समुचित प्राधिकारी पीसीपी/एनडीटी हरिद्वार के सौजन्य से ‘कन्या भ्रूण हत्या एक अभिशाप’ विषय पर ओरल पोस्टर प्रेजेंटेशन कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की छात्रा कल्याण समिति द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में राज्य महिला आयोग सदस्य श्रीमती रश्मि चैधरी ने बोलते हुए कहा कि भारत में कन्या भ्रूण हत्या और गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा कानून पारित होने के बाद भी समाज में बेटियों को जन्म लेने नहीं दिया जाता। अतः इस तरह के कार्यक्रमों द्वारा सामाजिक जागरूकता लाने के प्रयास किये जाते रहने चाहिए।
पीसीपीएनडीटी सेल के जिला समन्वयक रवि संदेल ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या से समाज में महिला-पुरुष लिंगानुपात बिगड़ रहा है, इसके साथ ही अन्य अपराध भी तीव्रता से बढ़ रहे हैं। डाॅ. कामना जैन ने कहा कि बालिकाओं के साथ भेदभाव केवल भारत की ही नहीं वरन वैश्विक स्तर की समस्याएं है। रिपोर्ट बताती है कि संपूर्ण दक्षिण एशिया के देशों चीन, साउथ कोरिया, वियतनाम आदि में भी लिंगानुपात खतरनाक स्तर पर है। श्रीमति अंजलि प्रसाद ने बताया कि छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण लेना बहुत आवश्यक है, जिसके द्वारा वह अपने साथ होने वाले दुव्र्यवहार हो एवं अत्याचारों का सामना कर सकती हैं। कार्यक्रम में निर्णायक मंडल की भूमिका डाॅ. अलका आर्य, डाॅ. किरण बाला तथा डाॅ. सीमा राॅय द्वारा निभाई गई। प्रतियोगिता में छात्राओं ने उत्साह के साथ प्रतिभागिता की। जिसमें प्रथम स्थान कु. तबस्सुम एवं कु. मनीषा सैनी को संयुक्त रुप से दिया गया। द्वितीय स्थान कु. साक्षी एवं कु. समरीन को संयुक्त रुप से दिया गया। तृतीय स्थान कुमारी रेनू, सांत्वना पुरस्कार कु. शीतल तथा कु. प्रीति को प्राप्त हुआ। सभी छात्राओं को नकद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र दिए गए। बीए तृतीय सेमेस्टर की छात्राओं असमा, इस्मत, जेबा, शीवा आदि के द्वारा मूक अभिनय किया गया। आदित्य उज्जवल मीडिया कम्युनिकेशन देहरादून की संस्था द्वारा भी छात्राओं के लिए कन्या भ्रूण हत्या के संबंध में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। कार्यवाहक प्राचार्य डाॅ. अनुपमा गर्ग ने कहा कि हमारा महाविद्यालय सदैव ही बालिका शिक्षा एवं सुरक्षा सुरक्षित भविष्य हेतु अग्रसर रहा है। कार्यक्रम में डाॅ. भारती शर्मा, डाॅ. अर्चना चैहान, डाॅ. आसमा सिद्दकी, डाॅ. अंजू, डाॅ. शिखा शर्मा आदि मौजूद रही। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. कामना जैन तथा श्रीमती अंजलि प्रसाद के द्वारा किया गया।