रुड़की। ( बबलू सैनी ) राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी के चीफ नेशनल कन्वीनर व पूर्व जज डॉ. आनंद वर्द्धन ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर रुस के हमले की घोर निदंा की और कहा कि वहां रह रहे भारतीय छात्रों की मुसीबत बढ़ गई हैं। ऐसी संकट की स्थिति में भारतीय विमान कंपनियों ने भी किराया 25-30 हजार से बढ़कार 85 हजार कर दिया हैं। जो भारतीय यूक्रेन में फंसे हैं। उन्हें भारत सरकार से किसी भी तरह की मदद नहीं मिल रही हैं। सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द सभी को सुरक्षित भारत लायें ओर उनकी सुरक्षा और खाने-पीने का ध्यान रखें। इस सम्बन्ध में उन्होंने एक रिट पिटीसन सुप्रीम कोर्ट में डालने की बात कही। इस मौके पर ज्वाईंट सेक्रेटरी अश्वनी कुमार, अजय कुमार, संजू कुमार ने भी रुस की इस कार्यवाही की घोर निंदा की। वहीं डॉ. आनंद वर्द्धन ने उन्हें विश्वास दिलाया कि जो भारतीय छात्र वहां फंसे हैं, उन्हें जल्द ही भारत लाया जायेगा। वहीं उत्तराखण्ड के डिप्टी कन्वीनर मो. आदिल फरीदी ने भी रुस के इस क्रूर व्यवहार की घोर निंदा की। इस मौके पर प्रवीण चौधरी, अजय चौधरी, मो. अरशद, मगन चौधरी, आशीष सैनी, मोहित त्यागी, चौ. सुभाष नंबरदार, डॉ. चन्दन कुमार शर्मा, ब्रह्मानंद चौधरी, मुकर्रम फरीदी आदि मौजूद रहे।