नरेंद्रनगर: मूल्यविहीन होती पत्रकारिता में सुधार की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रो. जानकी पंवार ने कहा कि शिक्षकों की यह जिम्मेदारी है कि वे छात्रों को एक कुशल पत्रकार बनने की प्रेरणा दें। छात्रों में शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक मूल्यों एवं दायित्वों के प्रति जिम्मेदारी का बोध करवाना भी शिक्षक का ही कार्य है।
डाॅ. पीतांबर दत्त बड़थ्वाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार की प्राचार्य प्रो. जानकी पंवार ने धर्मानन्द उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्रनगर के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के छात्रों को आनलाइन संबोधन में यह बात कही।
धर्मानन्द उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्रनगर के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागीय परिषद की ओर से महाविद्यालय में शैक्षिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें प्रो. जानकी पंवार ने छात्र छात्राओं को आनलाइन संबोधित किया। इस अवसर पर विभाग की ओर से छात्र छात्राओं के लिए मुख्य रूप से क्विज, वाद-विवाद, एवं समाचार लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई।
इससे पहले विभाग की छात्राओं अंजली सजवान, खुशबू गौतम, शुभांगी चैहान, नेहा सोनी तथा शिवानी कुकरेती ने कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना एवं गढ़वाली मांगल गीत से की। दैंणो हुंय्या खोली का गणेशा हे, दैंणो हंुय्या मोरी का नारैणा हे पर दर्शकों ने छात्राओं के मांगल गीत को खूब सराहा। इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. अनिल कुमार नैथानी ने कहा कि पत्रकारिता के छात्रों को यह भली भांति समझना चाहिए कि तलवार से भी ज्यादा शक्तिशाली एक पत्रकार की कलम होती है।
इसलिए जरूरी है कि हम इस महत्वपूर्ण विषय की प्रभाविता को गहराई से समझें। डाॅ. हिमांशु जोशी ने कहा कि पत्रकारिता को लोकतंत्र का चैथा स्तम्भ कहा जाता है कि हमें लोकतंत्र की मजबूती के लिए पत्रकारिता का जिम्मेदार होना बहुत जरूरी है। कार्यक्र्रम के अंत में विभिन्न प्रतियोेगिताओं में विजयी छात्र छात्राओं को पुरूस्कृत किया गया।
समाचार लेखन में दीपक सिहं ने प्रथम स्थान हासिल किया जबकि क्विज एवं वाद-विवाद की दोनों प्रतियोगिता में सिमरन बिंजोला ने प्रथम स्थान हासिल किया। कार्यक्रम का संचालन सिमरन बिंजोला और पत्रकारिता एवं जनसंचार की विभागाध्यक्ष डाॅ. सृचना सचदेवा ने कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डाॅ. नूपुर गर्ग, डाॅ. सोनिया गंभीर, डाॅ. संजय कुमार, डाॅ. विक्रम सिंह बत्र्वाल, डाॅ. मनोज सुन्द्रियाल, डाॅ. चेतन भट्ट, विशाल त्यागी, नितिन शर्मा तथा सभी छात्र छात्राएं मौजूद रहे।