रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) 84 उत्तराखंड वाहिनी एनसीसी रुड़की द्वारा एनसीसी स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आज ब्लड बैंक, सिविल हाॅस्पिटल रुड़की मे महा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम संयोजक रवि कपूर द्वारा बताया गया कि 84 वाहिनी राष्ट्रीय कैडेट कोर रुड़की के 150 से अधिक एनसीसी कैडेट, 6 सहायक एनसीसी अधिकारी, 5 मिलिट्री इंस्ट्रक्टर व 8 राज्य कर्मचारियों द्वारा एनसीसी दिवस पर सिविल हाॅस्पिटल रुड़की में रक्तदान किया गया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ विधायक प्रदीप बत्रा एवं बटालियन के कार्यवाहक कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल भरत छेत्री द्वारा किया गया। कर्नल भरत छेत्री ने अपने संबोधन में बताया कि ‘रक्तदान महादान है’ व एक यूनिट ब्लड 3 जिंदगी बचाता है। प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को 3 माह में एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। एनसीसी कैडेट्स को देश की सबसे बड़ी यूथ आॅर्गेनाइजेशन के तौर पर इस कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। इस अवसर पर विधायक प्रदीप बत्रा ने एनसीसी कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीसी युवाआंे में जोश, उत्साह और राष्ट्रभक्ति की भावना उत्पन्न करती है, जो उन्हें अन्य युवाओं से बहुत अलग बनाती हैं। देश, समाज और राष्ट्र के लिए समर्पण और सेवा के साथ-साथ एनसीसी कैडेटों का अनुशासन भी अत्यंत प्रभावशाली है। समय-समय पर सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से समाज में जन -जागरूकता एवं सेवा कार्यो मंे बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करने वाले सभी कैडेट्स बधाई के पात्र है। रक्तदान शिविर में ब्लड बैंक अधिकारी डाॅ. रजत सैनी, डाॅ. प्रवीण कटारिया, उप-जिला चिकित्सालय में तैनात डाॅ. अरविंद कुमार मिश्रा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आनंद कुमार श्रीवास्तव व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मनोज नवानी व अन्य द्वारा कैडेट्स को रक्तदान कराने में सहयोग दिया गया। कार्यक्रम के समापन पर कार्यवाहक कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल भरत छेत्री द्वारा उपस्थित सभी अतिथियों एवं कैडेट्स का इस महादान के लिए धन्यवाद किया गया। इस अवसर पर वाहिनी के मीडिया प्रभारी कैप्टन अजय कौशिक, रक्तदान शिविर हेतु मनोनीत नोडल अधिकारी कैप्टन विशाल शर्मा, सूबेदार यतेंद्र सिंह, सूबेदार संजय सामल, बीएचएम सत्येंद्र, हवलदार गजेंद्र, शैलेंद्र, वीरेंद्र, सुनील, राजवीर, अश्विनी, रविंद्र, रामकुमार, डाटा एंट्री आॅपरेटर संदीप बूडाकोटी, कैडेट्स प्रियांशी, अभिषेक, संस्कृति, आरती, रजत, आनंद, दीपांशु आदि मौजूद रहे।