रुड़की। ( बबलू सैनी )
भारतीय किसान यूनियन (अ) की एक सभा दिल्ली रोड स्थित एक होटल प्रांगण में आयोजित की गई। सभा में किसान नेताओं ने कृषि बिल एवं सरकार की नीतियों के खिलाफ केंद्र व प्रदेश सरकार की जमकर आलोचना की। वहीं आगामी चुनाव 2022 के लिए अपनी रणिनीति बनाई। इसके साथ ही आगामी आंदोलनों की रूपरेखा तैयार की।
मंगलौर रोड स्थित एक होटल के सभागार प्रांगण में आयोजित सभा को किसान यूनियन अंबावत के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने संबोधित करते कहा कि 2022 के उत्तराखंड चुनाव में उस प्रत्याशी को समर्थन देंगे, जो किसानों हितों की बात करेगा। साथ ही कहा कि अब किसानों के पास पैसा नहीं है और देश की सरकार किसानों को लूटने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर अच्छे पूंजीपतियों का साथ यदि हम किसानों को मिलता है, तो हम निश्चित रूप से अपने किसान प्रत्याशी मैदान में उतारकर अपने एमपी व एमएलए बनाएंगे, जो कि सदन में जाकर भी किसान हितों की लड़ाई लड़ें। उन्होंने कहा कि जहां भी किसान महापंचायत हो, वहां अधिक से अधिक संख्या में किसान पहुंचे और अपनी शक्ति का एहसास भाजपा की सरकार को करवाने का काम करें। कार्यक्रम में पहुंचे मीरापुर विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने कहा कि आज देश की सरकार ने तीन कृषि कानून बनाकर किसानों के ऊपर थोपें हैं, उन्हें अगर सरकार ने जल्द से जल्द वापस न लिया, तो वह किसानों के साथ खड़े होकर भाजपा को जड़ से उखाड़ फेंकने का काम करेंगे। साथ ही कहा कि आज देश का किसान गरीबी की कगार पर आ गया है और सत्ता में बैठे बड़े-बड़े नेता किसानों का खून चूसने का काम कर रहे हैं। कहा कि अब वक्त आ गया है कि अब देश से किसान विरोधी सरकार को उखाड़ देखना है। उन्होंने गुर्जर समाज के नेताओं से अपील की कि कभी गुर्जर समाज के नेताओं को प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री भाजपा द्वारा नहीं बनाया गया है। गुर्जर समाज का एक समय में बड़ा वर्चस्व हुआ करता था, जो कि अब धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है। आज के समय में गुर्जर समाज के एमएलए व एमपी चुनिंदा मात्रा में रह गए है। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज को किसानों का समर्थन करना होगा और उत्तराखंड में कम से कम 10 सीटें और यूपी में 50 सीटें अपने गुर्जर बिरादरी को जीतनी होगी। राकेश गुर्जर बिरादरी और किसानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। कहा कि उनकी इच्छा है कि देश में किसान समर्थित सरकार बने जिससे देश और जनता का भला हो सके। उन्होंने 22 सितंबर को लक्सर में होने वाली महापंचायत में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष विकास सैनी, राष्ट्रीय सचिव नितिन चौधरी, युवा प्रदेश अध्यक्ष परविंद्र चौधरी, जोगेंद्र चौधरी प्रदेश महासचिव, योगेश चौधरी प्रदेश उपाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष अनिल चौधरी आदि किसान मौजूद रहे।