रुड़की। ( बबलू सैनी ) राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रहा हैं। इसी कड़ी मंे खानपुर ब्लॉक में महिलाओं व पुरूषों के लिए जल संरक्षण एवं जल सुरक्षा विषय पर एक कार्यशला आयोजित की गई, जिसका उद्घाटन हरिद्वार डिप्टी कलेक्टर नुपूर वर्मा ने किया। कार्यशाला में संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनोहर लाल अरोड़ा ने जल संरक्षण एवं जल सुरक्षा संबंधी विषयों पर जानकारी देते हुए कहा कि हमें भूजल को संरक्षित रखना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए जल उपलब्ध रहे। हमंे अधिक से
अधिक सतही जल का उपयोग करना चाहिए तथा रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से जल संरक्षण करना चाहिए। इसके लिए महिलाओं एवं बच्चों को भी जागरूक किया जाये। कृषि वैज्ञानिक डॉ. सोबन सिंह रावत ने कृषि संबंधी कार्यो में किस प्रकार से जल की बचत की जा सकती हैं विषय पर अपना व्याख्यान दिया तथा किसानों को टपक सिंचाई, भारत सरकार सिंचाई योजना तथा कृषि में पानी के प्रबन्धन पर पानी की बजत के उपाये बताये। मुख्य अतिथि ने जल विज्ञान संस्थान के प्रयासों की सराहना की और कहा कि पानी की बजत में महिलाओं का योगदान सबसे अधिक होता हैं। इस दौरान उन्होंने मौजूद मुस्कान एवं अन्य समूहों की महिलाओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि वह जल संरक्षण करने वाली महिलाओं को पुरस्कार के लिए संस्तुति करेंगी। मंच का संचालन करते हुए पवन कुमार शर्मा संपादक तकनीकी पत्रिका जल चेतना ने प्रवाहिनी तथा जल चेतना पत्रिका के लिए सभी महिलाओं एवं कृषकों से लेख आमंत्रित किये और विस्तृत जानकरी प्रदान की। इस दौरान जल संरक्षण पर भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें आशा रानी शर्मा प्रथम, मेनका द्वितीय व बेबी कश्यप तृतीय स्थान पर रही। सांत्वना पुरस्कार हरिओम शर्मा लालचंद वाला ने प्राप्त किया। इस मौके पर पौधारोपण भी किया गया। कार्यक्रम मंे खण्ड विकास अधिकारी सुमन कोठियाल, श्रीमति मर्यादा, पवन भारती, अमरीश कुमार शर्मा, सोनू, रेवानंद कोविल, बृजभूषण शर्मा, विपिन समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।