रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
मूल निवास एवं ससक्त भू कानून एवं स्थायी राजधानी गैरसैंण के संबंध में एवं 10 नवम्बर को हरिद्वार में होने वाली रैली के संबंध में रुड़की के शिवाजी कालोनी में अशोक नगर क्षेत्रीय विकास समिति के सभागार में बैठक आयोजित की गई, जिसमें उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25वें वर्ष में प्रवेश करने पर भव्य सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर सभी कालोनियों के कलाकारों द्वारा दो-दो प्रस्तुतियां प्रस्तुत की जायेंगी, साथ ही कालोनियों के हाईस्कूल, इण्टर मीडिएट और अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाले युवाओं को सम्मानित किया जाएगा।
जिसकी सूची 5 नवम्बर तक सभी कालोनियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष जिवानन्द बुडाकोटी, सहसचिव विजय सिंह पंवार एवं सांस्कृतिक सचिव मायाराम भट्ट के पास, डिफेंस कॉलोनी, कर्नल एन्क्लेव, देव एन्क्लेव, चरण सिंह कालोनी, लक्ष्मी नगर से श्रीमती सत्यभामा जुगराण, शर्मिला कण्डारीके पास, सुभाष नगर से श्रीमती कमला बमोला, प्रेम गोदियाल, टीआर शर्मा के पास, सोनाली पुरम आईआईटी रुड़की क्षेत्र से एनडी जोशी एवं राजू कंडियाल के पास सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं विशेष योग्यता या उपलब्धि प्राप्त करने वाले युवाओं की सूची जमा होगी, जो 6 नवम्बर की बैठक जो 4 बजे धर्मशाला में अन्तिम रूप देने के लिए होगी, में जमा किए जायेंगे।बैठक में मूल निवास एवं ससक्त भू कानून समन्वय समिति के संयोजक मोहित डिमरी, पहाड़ी महासभा हरिद्वार के अध्यक्ष वरुण व्यास, राज्य आंदोलनकारी जसवंत बिष्ट, सुन्दर सिंह मनराल, विष्णु दत्त सेमवाल ने 10 नवम्बर को हरिद्वार में होने वाली रैली के लिए सभी से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर रैली को सफल बनाने का आह्वाहन किया। इस अवसर पर समन्वय समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि हमें मूल निवास एवं ससक्त भू कानून और राजधानी गैरसैंण के लिए विषय पर विस्तृत चर्चा कर अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए क्या करना है और अभी तक की सरकारों ने हमें किस प्रकार बर्वाद किया और उत्तराखंड को किस प्रकार से खुर्द-बुर्द करने पर लगे हैं, को लेकर भी अपनी बात रखी जाएगी। डिमरी ने कहा कि जो उत्तराखंड शान्ति के लिए देवताओं का गढ़ एवं सैन्य भूमि वीर नारियों का गढ़ है, उसे खुर्द-बुर्द करने में हमारे जनप्रतिनिधि कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ओने पोने दामों पर हमारी जमीनें एवं यहां तक कि हमारी धरोहरें, जल, जंगल, जमीन को भी बेच कर उत्तराखंड की सुरम्य वादियों को बर्बाद करने पर तुले हैं। हमारे युवाओं का अधिकार खत्म कर बेरोजगार के साथ बेघरबार करने पर तुले हैं। इसलिए अपने अस्तित्व को बचाने के लिए हमें पुनः 1994 की तरह उत्तराखंड राज्य बनाने की लड़ाई की तरह उत्तराखंड को बचाने की लड़ाई को लड़ना होगा। रुड़की के प्रथम राज्य आंदोलनकारी हर्ष प्रकाश काला केन्द्रीय अध्यक्ष उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति, अशोक नगर क्षेत्रीय विकास समिति एवं संरक्षक रुड़की गढ़वाल सभा ने सभी आन्दोलन कारियों एवं क्षेत्रीय जनता से 10 नवम्बर की रैली में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का अनुरोध किया। जिवानन्द बुडाकोटी उपाध्यक्ष ने कहा कि हमें अपने मूल को नहीं भूलना चाहिए, जिस पेड़ की मूल मजबूत नहीं होती, वह कभी भी गिर सकता है। इसलिए अपने मूल को बचाने के लिए हमें हर संघर्ष में सहयोग करना चाहिए।इस अवसर पर शिव चरण बिंजौला महासचिव, मायाराम भट्ट सांस्कृतिक सचिव, दिगम्बर सिंह नेगी सम्पत्ति सचिव, शिव सिंह रावत पूर्व अध्यक्ष, देव सिंह सांवत पूर्व अध्यक्ष, राजेन्द्र सिंह रावत संरक्षक चिन्हीत समिति, राजेन्द्र सिंह रावत अध्यक्ष ढ़डेरा गढ़ भूमि सांस्कृतिक समिति, सुरेंद्र सिंह बिष्ट अध्यक्ष, नन्दा ऐरी म. अध्यक्षा शिवाजी कालोनी, भारती रौतेला म अ अशोक नगर, हरिद्वार से पंकज उनियाल, डॉ मयंक पोखरियाल, हिम्मत सिंह बिष्ट, आशुतोष कोठारी, सुनील सेमवाल, एलपी रतूड़ी, संतोषी राणा महिला अध्यक्षा आदर्श शिवाजी नगर, रेखा नेगी म अ, महिपाल सिंह रावत अध्यक्ष कीर्ति नगर, पिताम्बर देवरानी, नन्दन सिंह रावत, इन्द्रपाल सिंह गुसाईं अध्यक्ष राजविहार कालोनी, राज्य आंदोलनकारी पार्वती रावत, उमा नेगी, शाकुम्बरी चौहान, शकुंतला सती, विद्या रावत दुर्गा कालोनी, जगदीश प्रसाद जदली शक्ति विहार आदि मौजूद रहे।