रुड़की। बहादराबाद ब्लाॅक के रोशनाबाद स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हिमालयन ज्योति समिति मसूरी एवं अमेरिकन इण्डिया फाउण्डेशन के सहयोग से मिशन कोरोना विजय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मसूरी निदेशक मनोज रावत ने बताया कि अमेरिकन इण्डिया फाउण्डेशन की देश में द फस्र्ट मिलियन दस लाख सबसे कमजोर और हाशिये पर रहने वाले भारतीयों को टीका लगाने की एक अनूठी पहल हैं। फाउण्डेशन राज्य सरकार के सहयोग से हरिद्वार और उधम सिंह नगर के दो जिलों में अपना चरण शुरू कर रही हैं। अमेरिकन इण्डिया फाउण्डेशन अपने मोबिलाईजेशन और आउटरिच पार्टनर हिमालयन ज्योति समिति और एण्ड टू एण्ड फेसिलिटेशन पार्टनर काॅमन सर्विस सेंटर सीएससी के साथ डिजाईन किये गये ग्रामीण समुदायों के आउटरिच कार्यक्रम में हाशिये के समूहों को प्राथमिकता देना, जिससे सरकार द्वारा सूक्ष्म टीकाकरण बूथों के माध्यम से टीकाकरण किया जायेगा और सराकरी प्रोटोकाॅल के अनुसार मुफ्त कोविड टीकाकरण प्रदान किया जायेगा। मिशन कोरोना विजय में दिव्यांग व्यक्तियों, पीडब्ल्यूडी, प्रवासी मजदूरों के साथ रेहड़ी पटरी वाले, यौन कर्मी, आदिवासी आबादी और असंगठित क्षेत्र मं काम करने वाली महिलाओं को पांच सबसे कमजोर समूह के रुप में चिन्हित किया गया हैं। उत्तराखण्ड में आज से द फस्र्ट मिलियन पहल के साथ एक व्यवहार परिवर्तन अभियान शुरू हुआ। इसका उद्देश्य जागरूकता के साथ ही आस-पास झिझक और गलत सूचना के कारक को समाप्त करना हैं। विभिन्न सामुदायिक केंद्रों पर वैक्सीन पहंुच को प्राथमिकता देने के अलावा एआईएफ का उद्देश्य अपने व्यवहार परिवर्तन अभियान मिशन कोरोना विजय हर बाजू में ताकत के माध्यम से वैक्सीन की गलत सूचना और झिझक के विषयों पर जागरूकता बढ़ाना हैं। इस मौके पर मुख्य अतिथि डाॅ. कोमल शेहरावत नोडल आॅफिसर ने मिशन कोरोना विजय वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तथा अमेरिकन इण्डिया फाउण्डेशन के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि हरिद्वार में पिछडे, गरीब, गर्भवती एवं विकलांगो को लाभान्वित किया जाना वाकई सराहनीय हैं। इस मौके पर एआईएफ के जीआर चमोली, राकेश पंत, मनोज रावत, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एवं एनजीओ के पदाधिकारी तथा हिमालय ज्योति समिति मसूरी के सभी कर्मी मौजूद रहे।