रुड़की। ( बबलू सैनी ) सहज योग रुड़की के टीम संचालक जी.डी. शर्मा ने नेशनल कन्या इण्टर कॉलेज खानपुर में आयोजित ध्यान शिविर में कहा कि ईश्वर में स्वयं को विलय कर लेना प्रत्येक व्यक्ति का जन्म सिद्ध अधिकार है।
उन्होंने कहा कि आन्तरिक उर्जा के स्वाभाविक जागरण द्वारा ईश्वर की प्राप्ति होती है। शर्मा ने छात्रों एवं शिक्षकों को सम्बोधित करते हुये कहा कि आत्म साक्षात्कार को सभी धर्मों व आध्यात्मिक मार्गों का अन्तिम लक्ष्य माना गया है। उन्होंने बताया कि निर्मला माता के स्मरण मात्रा से हमारे अन्दर स्थित कुण्डलिनी शक्ति जागृत हो जाती है। उन्होंने स्नायु तंत्र में स्थित विभिन्न सूक्ष्म केन्द्रों को उर्जा के स्रोत च्रक बताया, जिनमें शक्ति निहीत होती है। उन्होेंने बताया कि सहजयोग से विकसित चेतना तथा सद्गुणों की प्राप्ति, बीमारियां, चिन्ता व दुर्गुणों से मुक्ति मिलती है तथा आत्मा निर्मल व स्वच्छ हो जाती है। उन्होंने कुण्डलियों को जागृत करने तथा सुरक्षा बन्ध लगाने व जल क्रिया करने के तरीके बताये। प्रधानाचार्य डॉ. घनश्याम गुप्ता ने सहजयोग की टीम का स्वागत करते हुये कहा कि छात्रों के लिये स्मरण शक्ति को मजबूत बनाने के लिये सहजयोग की क्रियायेें बहुत जरूरी हैं। इससे शरीर स्वस्थ तथा निरोग रहता है। उन्होंने छात्रों व अध्यापकों से अपील करते हुये कहा कि प्रति दिन सुबह-शाम 10 मिनट का समय ध्यान केन्द्रित करने में अवश्य लगायें। इस मौके पर सहज योग टीम के सदस्यों राममिलन, सुलेखचन्द, हरमुल लाल कुंवरपाल, सुमित, कुसुम, ईशा चुघ, मधु गुप्ता, सन्तोष ने छात्रों को सहजयोग सिखाने में सहयोग किया। शिविर में सुरेशचन्द कवटियाल, बलराम गुप्ता, प्रमोद कुमार शर्मा, मुकेश कुमार, मीनू यादव, सविता धारीवाल, विजय कुमार, पंकज कुमार, मिनाक्षी, पारस चौधरी, गायत्री, सुलता देवी सिकदार, कुशमणि चौहान, अंजुली गुप्ता, रूबी, अखिल वर्मा, सुधा रानी, नूतन, रंजना, सोमेन्द्र सिंह पंवार, अमित गर्ग, विशाल भाटी, ओमपाल सिंह, बृजपाल, सुन्दर, जावेद आदि मौजूद रहे।