रुड़की। ( बबलू सैनी ) रुड़की के मेयर गौरव गोयल की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं। हाल ही में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक टीम शनिवार को नगर निगम रुड़की पहंुची ओर उनके उपर लगे आरोपों की जांच की। इस दौरान सभी शिकायतकर्ताओं के टीम ने ब्यान दर्ज किये। बताया गया है कि शासन के निर्देश पर मेयर गौरव गोयल के खिलाफ उच्च न्यायालय के आदेश पर शिकायतों की जांच के आदेश दिये गये थे। इसके लिए जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय कमेटी का गठन किया। इनमें निदेशक विक्रम सिंह, मुख्य कोषाधिकारी नीतू कंडारी, ईई रामजी लाल को भी शामिल किया गया। इस दौरान गीतांजलि विहार निवासी अमित अग्रवाल की ओर से लाये गये आरोपांे की जांच की गई। टीम ने शिकायत से संबंधित पत्रावलियों का भी अवलोकन किया। वहीं महापौर पर कर्मियों ने आरोप लगाया था कि उन्होंने पत्रावलियों पर टिप्पणी की थी। सम्पत्ति हस्तांतरण मामले में 25 लाख की रिश्वत मामले में वायरल ऑडियो के सम्बन्ध में जानकारी ली गई। साथ ही ठेकेदारों से भी पूछताछ की। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि महापौर अपने चहेते ठेकेदारों के कार्यों की जांच न कराकर उनके कार्यों की जांच कराकर उन्हें परेशान कर रहे हैं। वहीं मेयर गौरव गोयल ने कहा कि वह निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच आईआईटी से कराने के लिए कहते हैं, यह उनका अधिकार भी हैं। वह गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करेंगे। उनके खिलाफ साजिश कर मुकदमा दर्ज कराया गया था। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन हैं और उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश हो रही हैं। वहीं एमएनए वियजनाथ शुक्ल ने कहा कि टीम द्वारा जो भी पत्रावली व जानकारी मांगी गई थी, उन्हें उपलब्ध कराई गई हैं।