रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) उत्तराखण्ड को वर्ष 2025 तक नशा मुक्त करने के उद्देश्य से नशा (अवैध शराब/स्मैक/चरस/गांजा) तस्करों के विरुद्ध वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा चलाये जा रहे अभियान के अनुपालन में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली मंगलौर मनोज मैनवाल, उप निरीक्षक मनोज गैरोला के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा कोतवाली मंगलौर क्षेत्रांतर्गत समस्त संभावित स्थानों में चैकिंग अभियान चलाया गया। जिस पर गठित टीमों द्वारा नशा तस्करों के ठिकानों पर दबिश दी गई। कोतवाली मंगलौर द्वारा नहर पटरी लिब्बरहेड़ी अन्य देहात क्षेत्रों में निम्न व्यक्ति द्वारा चरस के कारोबार की सूचना प्राप्त हो रही थी। परंतु अभियुक्त लगातार फरार चल रहा था, जिस संबंध में निम्न अभियुक्त को टीम द्वारा नहर पटरी के पास शक होने एक व्यक्ति को रोककर चेक किया गया, तो उसके पास से 7.02 ग्राम स्मैक बरामद हुई। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम विकास पुत्र सुरेश पाल निवासी ग्राम लिब्बरहेड़ी बताया। पुलिस ने अभियुक्त के विरूद्ध कोतवाली पर धारा 8/20 एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर चालान कर दिया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह यह स्मैक देहात में अलग-अलग स्थानों पर बेचता है, जिससे उसे अच्छा खासा-मुनाफा होता है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक मनोज मेनवाल, व0उप निरीक्षक मनोज गैरोला, हे0 का0 मनोज मीना, कानि रविंद्र राणा शामिल रहे।