हरिद्वार। ( आयुष गुप्ता )
पंचायती अखाड़ा निर्मल के श्रीमहंत ज्ञान देव सिंह और उनके अन्य साथियों पर अखाड़े की संपत्ति को खुद करने का महंत प्रेम सिंह ने आरोप लगाया है।
प्रेस को जारी ब्यान में महंत प्रेम सिंह ने बताया कि श्रीमहंत ज्ञान देव सिंह, महंत बलवंत सिंह, कोठारी जसविंदर सिंह, महेंद्र प्रकाश सिंह कोठारी और देवेंद्र सिंह प्रयागराज सभी धोखाधड़ी करके फरार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह द्वारा अखाड़े में आपस में जाली प्रस्ताव बनाकर अखाड़े की 5 एकड़ जमीन बेचकर जमीन जायदाद को खुर्द-बुर्द किया गया। इसके साथ ही कई खरीदारों के साथ भी धोखाधड़ी कर जमीन के प्लाट फर्जी तरीके से बेचकर रजिस्ट्रियां कम रेट पर करवाई गई।
उक्त गबन से अखाड़े को बहुत नुकसान पहुंचाया गया। जिसकी पड़ताल कुरुक्षेत्र हरियाणा की पुलिस ने की ओर उनके खिलाफ वर्ष 2019 में मुकदमा दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि वर्तमान श्रीमहंत रेशम सिंह शेखवा, महंत हाकम सिंह गंडा सिंह वाला, महेंद्र भूपेंद्र सिंह कोट भाई, महंत जगतार सिंह, महंत हरबंस सिंह चीमा ने श्रीमहंत ज्ञान देव, सचिव बलवंत सिंह, देवेंद्र सिंह, जसविंदर सिंह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसके अधार पर पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट तक इनकी अग्रिम जमानत खारिज हो चुकी है। महेंद्र बलवंत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और बाकी सभी फरार हैं और भिन्न-भिन्न संपत्तियों को बेचने की फिराक में है, जिसकी शिकायत हरिद्वार प्रशासन से की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी अखाड़े की संपत्ति को खुर्द नहीं करने दिया जाएगा।